Roz Shaam Aati Thi Magar Aisi Na Thi_रोज़ शाम आती थी_Cover_Sweta Srivast...
ROZ SHAAM AATI THI (
IMTIHAN 1974 )
रोज़ शाम आती थी मगर ऐसी ना थी
रोज़ रोज़ घटा छाती थी मगर ऐसी ना थी
रोज़ शाम आती थी मगर ऐसी ना थी
रोज़ रोज़ घटा छाती थी मगर ऐसी ना थी
ये आज मेरी जिंदगी में कौन आ गया..
रोज़ शाम आती थी मगर ऐसी ना थी
रोज़ रोज़ घटा छाती थी मगर ऐसी ना थी
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डाली में ये किसका हाथ कर इशारे बुलाये
मुझे,
डाली में ये किसका हाथ कर इशारे बुलाये
मुझे,
झूमती चंचल हवा छुके तन गुदगुदाये मुझे,
होले होले धीरे धीरे कोई गीत मुझको
सुनाये,
प्रीत मन में जगाये खुली आँख सपने
दिखाये,
दिखाये दिखाये दिखाये,
खुली आँख सपने दिखाये,
ये आज मेरी जिंदगी में कौन आ गया..,
रोज़ शाम आती थी मगर ऐसी ना थी,
रोज़ रोज़ घटा छाती थी मगर ऐसी ना थी !
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अरमानों का रंग है जहाँ पलकें उठती हूँ
मैं,
अरमानों का रंग है जहाँ पलकें उठती हूँ
मैं,
हँस हँस के है देखती जो भी मूरत बनाती
हूँ मैं,
जैसा कोई मोहे छेड़े जिस और भी जाती
हूँ मैं,
जगमगाती हूँ मैं दीवानी हुई जाती हूँ
मैं,
दीवानी दीवानी दीवानी दीवानी हुई जाती
हूँ मैं,
ये आज मेरी जिंदगी में कौन आ गया..,
रोज़ शाम आती थी मगर ऐसी ना थी,
रोज़ रोज़ घटा छाती थी मगर ऐसी ना थी,
आआ आ आ हम्म हम्म.. मगर ऐसी ना थी,
हम्म हम्म.. मगर ऐसी ना थी
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Movie/Album: इम्तिहान (1974)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: लता मंगेशकर
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