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Mushaira_Ye Dhundh Ye Gubar Chatey_ये धुंध ये गुबार छ्टे तो पता_Shoeb Ni...

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https://youtu.be/tDGHVeGRl0w   ये धुंध ये ग़ुबार छटे तो पता चले, सूरज का हाल रात कटे तो पता चले ! चेहरों के कद्दो काज़ सलामत है या नहीं, अब आइनों से गर्द हटे तो पता चले ! - शोएब निज़ाम

Mushaira_Nafees Kanpuri_Aap Ne Pilaai Hai_आप ने पिलाई है आप ही सम्हालिए_...

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NAFEES KANPURI: मकशों की लग्ज़िशें नाज़ से ना टालिए , आप ने पिलाई है आप ही सम्हालिए ! दिल को मोह लेने के और रुख निकालिये , पत्थरों के शहर में आईने न ढालिए ! - हक़ कानपुर https://youtu.be/kWE1J9ALTXw

SRI SURESH KHANNA , FINANCE MINISTER OF UTTAR PRADESH

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आज माननीय मुख्य मंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के कानपुर के रोड शो के बाद एक बहुत ही व्यक्तिगत बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री श्री सुरेश खन्ना जी और कानपुर के लोकप्रिय एम् एल सी श्री अरुण पाठक जी के साथ पूर्व लायंस गवर्नर श्री पंकज श्रीवास्तव के निवास पर |    

Mushaira_Renu Mishra_Koi Suljha_कोई सुलझा दे आके पहेली जरा_Jashne Maujsh...

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RENU MISHRA (RANCHI _ 19-10-2024 JASHNE MAUJSHAAHI 2024   आदमी को साहिबे किरदार होना चाहिए , और उसको हर किसी से प्यार होना चाहिए ! लालसा बेहद कमाने की बहुत अच्छी नहीं है , हां मगर छोटा सा एक घर बार होना चाहिए ! --------- कोई सुलझा दे आके पहेली ज़रा , पढ़ ले कोई मेरी भी हथेली ज़रा ! वज़ह क्या है छलकती तेरी आँख क्यों , पूछ ले आके कोई सहेली ज़रा ! कितनी मासूम सी बात कह के गया , मिलना महफ़िल में अकेली ज़रा ! एक अरसा हुआ उनको देखे हुए , देखने दो पुरानी हवेली ज़रा ! ----- खबर लगे न ज़माने को यूँ सम्हलते हुए , कलाई थामना तुम साथ साथ चलते हुए ! ये जानती हूँ मुझे प्यार बहुत करते हो , पुकारते हो मुझे ख्वाब में मचलते हुए ! चले भी आओ नहीं लगता दिल तुम्हारे बिन , पुकारते हैं तुझे अश्क़ उन्हें ढलते हुए ! - रेनू मिश्रा ( रांची )     https://youtu.be/Lz 9 dw 1 KwUWI JASHNE MAUJSHAHI 19-102024  

EK SHER

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अपने हसीन होंट किसी परदे में छुपा लिया करो,  हम ग़ुस्ताख़ लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं !  

Mushaira_Renu Shukla_Ek Khat Maa Ko Likhun¬_जी में आता है कि एक ख़त मां क...

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साहेब स्मृति फाउंडेशन, कानपुर के द्वारा जश्ने मौजशाही २०२४ का आयोजन सुप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत मंज़ूर आलम शाह “कलंदर मौजशाही” की पावन स्मृति में १३वां राष्ट्रिय कवि सम्मलेन और मुशायरे का शानदार आयोजन किया गया | इस मुशायरे में मुंबई से तशरीफ़ लाई मोहतरमा रेनू शुक्ला ने माँ पर बहुत ही सुंदर रचना प्रस्तुत की जिसे सभी ने पसंद किया | प्रस्तुत है इसकी रिकॉर्डिंग : जी में आता है एक ख़त माँ को लिखूं | प्रदीप श्रीवास्तव वास्ते: साहेब स्मृति फाउंडेशन, कानपुर   https://youtu.be/qJf 65 nmwQro