RENU MISHRA (RANCHI _ 19-10-2024 JASHNE MAUJSHAAHI 2024 आदमी को साहिबे किरदार होना चाहिए , और उसको हर किसी से प्यार होना चाहिए ! लालसा बेहद कमाने की बहुत अच्छी नहीं है , हां मगर छोटा सा एक घर बार होना चाहिए ! --------- कोई सुलझा दे आके पहेली ज़रा , पढ़ ले कोई मेरी भी हथेली ज़रा ! वज़ह क्या है छलकती तेरी आँख क्यों , पूछ ले आके कोई सहेली ज़रा ! कितनी मासूम सी बात कह के गया , मिलना महफ़िल में अकेली ज़रा ! एक अरसा हुआ उनको देखे हुए , देखने दो पुरानी हवेली ज़रा ! ----- खबर लगे न ज़माने को यूँ सम्हलते हुए , कलाई थामना तुम साथ साथ चलते हुए ! ये जानती हूँ मुझे प्यार बहुत करते हो , पुकारते हो मुझे ख्वाब में मचलते हुए ! चले भी आओ नहीं लगता दिल तुम्हारे बिन , पुकारते हैं तुझे अश्क़ उन्हें ढलते हुए ! - रेनू मिश्रा ( रांची ) https://youtu.be/Lz 9 dw 1 KwUWI JASHNE MAUJSHAHI 19-102024