Sufi_JeenaTeri Gali Mein_जीना तेरी गली में_Lyric-Hazrat Manzur Alam Shah...
सूफ़ी कलाम:
जीना तेरी गली में मरना तेरी गली में,
दिल का किया है हमने सौदा तेरी गली में !
रचयिता : हज़रत मंज़ूर आलम शाह “हुज़ूर साहेब”,
गायक:
प्रदीप श्रीवास्तव
आयोजन:
स्व.परिपूर्णा नन्द वर्मा पुन्य तिथि समारोह
आयोजक:
श्री शेखरानंद वर्मा
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