Mushaira_Koi Manzar Thahar Na Jaye Kahin_Gulezar Adeeba_Saheb Smriti Fou...
#Mushaira
कोई मंज़र ठहर ना जाए कहीं,
चोट दिल की उभर ना जाए कहीं !
अक्स मेरा है ये क्यूँ धुंधला सा,
आईना भी मुकर ना जाए कहीं
_गुलेज़र
अदीबा
#Mushaira
कोई मंज़र ठहर ना जाए कहीं,
चोट दिल की उभर ना जाए कहीं !
अक्स मेरा है ये क्यूँ धुंधला सा,
आईना भी मुकर ना जाए कहीं
_गुलेज़र
अदीबा
Comments
Post a Comment