ROOH-E-SHAYRI~आमने सामने हो गए ...


आमने सामने हो गए |
ज़ख्म फिर से हरे हो गए |
आप गिर के ना उठ पाएंगे |
हम तो गिर के खड़े हो गए ||
बेसबब दूरियाँ बढ़ गयीं |
बेवज़ह फासले हो गए ll

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