LAGA CHUNRI ME DAAG लागा चुनरी में दाग, छुपाऊँ कैसे चुनरी में दाग, छुपाऊँ कैसे, घर जाऊँ कैसे लागा चुनरी में दाग... हो गई मैली मोरी चुनरिया कोरे बदन सी कोरी चुनरिया जाके बाबुल से नज़रें मिलाऊँ कैसे, घर जाऊँ कैसे लागा चुनरी में दाग... भूल गई सब बचन बिदा के खो गई मैं ससुराल में आके जाके बाबुल से नज़रे मिलाऊँ कैसे, घर जाऊँ कैसे लागा चुनरी में दाग... कोरी चुनरिया आत्मा मोरी मैल है माया जाल वो दुनिया मोरे बाबुल का घर ये दुनिया ससुराल जाके बाबुल से नज़रे मिलाऊँ कैसे, घर जाऊँ कैसे लागा चुनरी में दाग... स्वर लिपि: आ.. धिम तानाना दिर्ग तानुम तान्ना देरे ना धिन तानाना धिक् ता नुम ता देरे ना धिन तानाना धिक् ता नुम ता देरे ना धिन ना देरे देरे ताना देरे ताना तुम्र ता धा रे तारे ता नि धिम तानानानाना धिर धिर धिर धिर धिर ता नि ता नि ता न ता नि ता न धिम तानाना दिर्ग तानुम ताना देरे ना धिम तानाना दिर्ग ता नुम ता देरे ना सप्त सुर न तीन ग्राम बंसी बाजे रे सा सा नी, सा नी नी ध, नी ध ध प, प म म ग म ध ग