SURAJ RE JALTE RAHNA फिल्म – हरीश चन्द्र तारामती, गायक हेमंत कुमार मुखोपाध्याय जगत भर की रोशनी के लिए करोडो की ज़िन्दगी के लिए सूरज रे जलते रहना , सूरज रे जलते रहना जगत कल्याण की खातिर तू जन्मा है तू जग के वास्ते हर दुःख उठा रे भले ही अंग तेरा भस्म हो जाए तू जल जल के यहाँ किरणे लूटा s रे लिखा है ये ही तेरे भाग में की तेरा जीवन रहे आग में सूरज रे जलते रहना , सूरज रे जलते रहना -- ये संकट तू ख़ुशी के साथ सह लेना, सदा हँसते हुए तपना लगन में, किसी आदर्श की रक्षा के हित प्रभु ने, तुझे भेजा है ज्वाला के भवन में, तू जल रे परवाह न कर प्राण की, ये भी एक लीला है भगवान् की, की तेरा जीवन रहे आग में सूरज रे जलते रहना , सूरज रे जलते रहना -- करोडो लोग पृथ्वी के भटकते है , करोडो आंगनों में है अन्धेरा अरे जब तक न हो घर घर में उजियारा समझ ले ये अधूरा काम है तेरा जगत उद्धार में अभी देर /है अभी तो दुनिया में अंधेर है सूरज रे जलते रहना , सूरज रे जलते रहना जगत भर की रोशनी के लिए करोडो की ज़िन्दगी के लिए सूरज रे जलते रहना , सूरज रे जलते रहना सूरज रे जलते रहना