कानपुर, दिन मंगलवार सुबह के १० बजे, स्टेटस क्लब, कानपुर का खचाखच भरा हुआ हाल | मौका था एल. आई. सी. की डायमंड जुबली सेलिब्रेशन “मेगा इवेंट” कानपुर डिवीज़न का | पूरा हाल इस अवसर पर ऑफिसर और अभिकर्ता से भरा था | और महफ़िल थी गीत, ग़ज़ल और भजन की | समझ में नहीं आ रहा था कि इतनी सुबह क्या सुनाये ? मुख्य अतिथि जोनल मैनेजर श्री चावला जी, के आते ही कलाकारों के सम्मान के साथ कार्यक्रम के शुभारम्भ की घोषणा हुई | अपने पीर को याद करते हुए दिन मंगलवार के हिसाब से हनुमान चालीसा से प्रारम्भ किया | प्रभु की कृपा ! यहीं से महफ़िल जम गई | दूसरा कलाम हज़रत अमीर खुसरो का “ छाप तिलक सब छिन्ही मोसे नैना मिला के “ ये भी सुपर सिक्सर रहा | दो ज़बरदस्त कलाम के बाद सुमन सिंह ने बहुत ही मधुर स्वर में “ होटों से छू लो तुम मेरा गीत अमर कर दो “ ये एक सदा बहार गीत है जिसे सभी ने सराहा | चरणजीत सिंह ने जैसे ही “ लगा चुनरी में दाग सुनाया “ श्रोता मस्ती में झूमने लगे | १०.३० से १.०० कब बज गए मालूम नहीं हुआ | अंतिम फरमाइश ठुमक चलत राम चन्द्र चन्द्र बाजत पैजनिया की हुई | जिसे मैंने राग भैरवी में सुनाया | कार्यक्रम को जैसे...