Ghazal - लबों को गुल और घटा को गेसू - शायर- मेहँदी जाफरी - Pradeep Sriva...
LABON KO GUL AUR
GHATA KO GESU- DR.SAIYAD MEHANDI JAFRI
GHATA KO GESU- DR.SAIYAD MEHANDI JAFRI
SINGER – PRADEEP SRIVASTAVA
लबों को गुल और घटा को
गेसू,
नज़र की मस्ती
शराब लिखना,
गेसू,
नज़र की मस्ती
शराब लिखना,
बहुत दिनो तक
हमे न आया, खतों के उनके जवाब लिखना !
हमे न आया, खतों के उनके जवाब लिखना !
~
डा॰सैय्यद मेहँदी
जाफरी
डा॰सैय्यद मेहँदी
जाफरी
https://youtu.be/z5QUPXoPS9o
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