ग़ज़ल - उनके दर तक पहुँचने तो पाये - Unke Dar Tak - Pradeep Srivastava & R...
उनके
दर तक पहुँचने तो पाये, ये
न पूछो कि हम क्या करेंगे !
दर तक पहुँचने तो पाये, ये
न पूछो कि हम क्या करेंगे !
सर
झुकना अगर जुर्म होगा, हम
निगाहों से सजदा करेंगे !!
झुकना अगर जुर्म होगा, हम
निगाहों से सजदा करेंगे !!
स्वर्गीय
रघुवीर भाई कि ज़बरदस्त तबले कि संगत | मुंबई के मरहूम असद खाँ कि यादगार हारमोनियम पर
संगत और मुकेश श्रीवास्तव कि खूबसूरत एंकरिंग और ताबिश दहलवी कि ग़ज़ल
रघुवीर भाई कि ज़बरदस्त तबले कि संगत | मुंबई के मरहूम असद खाँ कि यादगार हारमोनियम पर
संगत और मुकेश श्रीवास्तव कि खूबसूरत एंकरिंग और ताबिश दहलवी कि ग़ज़ल
Comments
Post a Comment