HUZUR SAHEB AMRIT WACHAN_6B_ 03 APRIL 1998_
HUZUR
SAHEB AMRIT WACHAN_6B_ 03 APRIL 1998_
पूज्य्नीय गुरुवर हज़रत मंज़ूर आलम शाह 'कलंदर मौजशाही' ' हुज़ूर साहेब ' अपने जीवन काल में हर चौमासे पर चिल्ला पूर्ण होने के बाद
महफ़िल और नियाज़ का आयोजन करवाते थे | उस दौरान हुज़ूर साहेब अपने आशिक़ और अपने मुरीदों को अमृतवचन
से नवाज़ते थे | आप के अमृत वचन
जीने का एक सहारा बन गए हैं | इसी क्रम में 3 अप्रैल,
१९९८ में हुज़ूर साहेब ने अपने अमृतवचन से अपने आशिक़ों और मुरीदों को जो कहा वो
आपकी ख़िदमत में पेश है और इसे बार बार सुने अपने इस अमूल्य जीवन में एक नई ऊर्जा
पैदा करें |
,साहेब स्मृति फ़ाउनडेशन,
आपका सेवक,
प्रदीप श्रीवास्तव
+919984555545
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