Mushira_Kahan Dhoondhta Hai Kahan Wo Nahi Hai_Surendra Gupta ‘Seekar’_18...
गीत कहाँ ढूंढता है कहाँ वो नहीं है, जगह कौन सी है जहाँ वो नहीं है ! ये सूरज ये चंदा या नदिया के धरे, ये फूलों की मुस्कान झिलमिल सितारे, ये ब्रक्षों की तरुणाई ये पंछियों के स्वर, ये वात्सल्य मासूमो के चेहरे प्यारे, समंदर व झरनों में बादल और बिजली, वो दिल बन कहाँ पर धडकता नहीं है ! -सुरेन्द्र गुप्ता “सीकर” https://youtu.be/KKiN 2 zyOZa 0