Ye Bheega Hua Mausam Ek Saaf Ishara hai | Pradeep Srivastava | Lyric_Ved...
ग़ज़ल
ये भीगा हुआ मौसम एक साफ़
इशारा है,
मैख़ाने चलो रिन्दों साक़ी ने
पुकारा है !
जन्नत का चमन ले लो, तारों
के रतन ले लो,
तुम सारा गगन ले लो, बस
चाँद हमारा है !
- वेद प्रकाश शुक्ल ‘संजर’
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