SHAYARI 09-06-2025
पाऊँ ना दूर दूर ही
अपनी ख़बर को मैं,
फिर ढूँढता हूँ आपकी
पहली नज़र को मैं !
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फूलों से बड़ा फूलों का गुलदस्ता रहता है,
किताबों से बड़ा किताबों का बस्ता होता है !
यूँ तो कई ग़म है दुनिया में मेरे दोस्त,
खुश वही रहता है जो दिन भर हँसता रहता है !
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