WO SHAM KUCH AJEEB THI_SHORT_PRADEEP SRIVASTAVA_SIMPLY ON HAMMONIUM
झुकी हुई निगाह में, कहीं मेरा ख़याल था,
दबी दबी हँसीं में इक, हसीन सा सवाल था,
मैं सोचता था, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
न जाने क्यूँ लगा मुझे, के मुस्कुरा रही है वो
वो शाम कुछ अजीब थीss
https://youtube.com/shorts/HGznWyCDWy8
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