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Showing posts from March, 2017

FILMI LIRIC- MERA JUTA HAI JAPANI

MERA JUTA HAI JAPANI मेरा जूता है जापानी ये पतलून   इंगलिश्तानी           } सर पे लाल टोपी रुसी फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी     } -2 मेरा     जूता है जापानी   ............................... निकल पड़े हैं s खुल्ली सड़क पर , अपना सीना ताने ss  अपना सीना ताने ss  मंजिल कहाँ s कहाँ रुकना   है s ऊपर वाला s जाने ss, ऊपर वाला जाने sss  बढ़ते जाएँ हम सैलानी , जैसे एक दरिया तूफ़ानी   सर पे लाल टोपी रुसी फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी   मेरा जूता है जापानी   ............................... ऊपर नीचे नीचे ऊपर , लहर चले जीवन की   लहर चले जीवन की   नादाँ हैं जो बैठ किनारे , पूछे राह वतन की   पूछे राह वतन की   चलना जीवन की कहानी , रुकना मौत की निशानी   सर पे लाल टोपी रुसी फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी   मेरा जूता है जापानी ये पतलून   इंगलिश्तानी   सर पे लाल टोपी रुसी फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी   मेरा    जूता है जापानी   ............................... होंगे राजे राज कुंवर हम , बिगड़े दिल शहजादे   बिगड़े दिल शहजादे ss  हम सिंहा s सन पर जा s बैठे , जब जब करें इर

FILM LYRIC-AWARA HUN ( 1951)

AAWAR HUN (1951) आवारा हूँ ss आवारा हूँ ss या गर्दिश में हूँ आसमान का तारा हूँ आवारा हूँ ss आवारा हूँ ss          ..      तारा हूँ आवारा हूँ ……. घर बार नहीं संसार नहीं मुझसे किसी को प्यार नहीं - २ उस पर किसी से मिलने का इक़रार नबाही मुझसे किसी को प्यार नहीं - २ सुनसान नगर अनजान डगर का प्यारा हूँ आवारा हूँ ss आवारा हूँ ss          ..      तारा हूँ आवारा हूँ ……… आबाद नहीं बर्बाद नहीं गाता हूँ ख़ुशी के गीत मगर - २ ज़ख्मो से भरा सीना है मेरा हंसती है मगर ये मस्त नज़र दुनिया sss दुनिया में तेरे तीर का या तक़दीर का मारा हूँ आवारा हूँ ss आवारा हूँ ss          ..      तारा हूँ आवारा हूँ MUSIC-SHAKER JAIKISHAN LYRIC-SHAILENDRA SINGER - MUKESH

AMRIT WACHAN

  सुप्रभात, जो वीरता से भरा हुआ है, जिसका नाम लोग बड़े गौरव से लेते हैं,  शत्रु भी जिसके गुणों की प्रशंसा करते हैं, वही पुरुष वास्तव में पुरुष है ।  ~ गणेश शंकर विद्द्यार्थी 

FILM LYRIC-YARI HAI IMAN MERA YAR MERI ZINDGI

YARI HAI IMAN MERA – ZANJEER ( MANNA DEY ) KALYAN JI ANAND JI / GULSHAN BAWRA  आssआss ग़र ख़ुदा मुझसे कहे  ग़र ख़ुदा मुझसे कहे - २  कुछ माँग ऐ बंदे मेरे मैं ये माँगूँss   मैं ये माँगूँ, महफ़िलों के दौर यूँ चलते रहेंss हम प्याला हो, हमनवाला हो, हमसफ़र हमराज़ हों ताss-क़यामत   ... ताssक़यामत जो चिराग़ों की तरहss जलते रहें यारी है ईमाssन मेरा यार मेरी ज़िंदगी- अरे! यारी है ईमाssन मेरा यार मेरी ज़िंदगी प्यार हो बंदों से येss, ओ ओ प्यार हो बंदों से ये, सब से बड़ी है बंदगी यारी हैss यारी है ईमाssन मेरा यार मेरी ज़िंदगी – 2  साज़-ए-दिल छेड़ो जहाँ मेंss ए ए ए-2 साज़-ए-दिल छेड़ो जहाँ में प्यार की गूँजे सदा एइ, साज़-ए-दिल छेड़ो जहाँ में प्यार की गूँजे सदा जिन दिलों में प्यार है उनपे बहारें हों फ़िदाss प्यार लेके नूर आयाss -. प्यार लेके नूर आया प्यार लेके सादगी यारी हैss- अरे यारी है ईमान मेरा यार मेरी ज़िंदगी अरे जान भी जाए अगरss जान भी जाए अगर, यारी में यारों ग़म नहीं -२ अपने होते यार हो, ग़मगीन मतलब हम नहीं हम जहाँ हैंss उस जगह   ... हम जहाँ हैं उस जगह, झूमे

FILM LYRIC-QURBANI

फरिश्तों को नहीं मिलता, ये वो जज़्बा है इंसानी  नसीबा साथ दे जिनका, वही देते हैं क़ुरबानी  हो वई  वई तुझपे क़ुरबाँ मेरी जान मेरा दिल मेरा ईमान-२  यारी मेरी कहती है यार पे कर दे सब क़ुर्बान होय क़ुर्बानी-३ अल्लाह को प्यारी है क़ुर्बानी-२  साए में तलवारों के, दावे हैं दिलदारों के-२  दुश्मनों के जानी दुश्मन, यार सच्चे यारों के  हम यार सच्चे यारों के हो आँधी आए या तूफ़ान, यार खड़े हैं सीना तान-२  यारी मेरी कहती है …             क़ुर्बानी-  यार ऐसा मिल गया,  दिल हमाराअ खिल गया - २  हाथ में जब हाथ आया, ये ज़माना हिल गया ये ज़माना हिल गया हो दो हाथों की देखो शान, ये अल्लाह है ये भगवान - २  यारी मेरी कहती है …    क़ुर्बानी- २  तुझपे क़ुरबाँ मेरी जान मेरा दिल मेरा ईमान-२  यारी मेरी कहती है यार पे कर दे सब क़ुर्बान होय क़ुर्बानी-३ अल्लाह को प्यारी है क़ुर्बानी-२  फिल्म: क़ुरबानी ( १९८०), गीत, फारूक कैसर  किशोर,अनवर और अज़ीज 

SHAYRI

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शुभ रात्रि, मेरा घर जल गया, चलो अच्छा हुआ ! बस्ती वालों का कुछ तो भला हो गया !! एक ज़माना लगा ढूंढने में जिसे ! वो मिला और मिल के जुदा हो गया !!  संकलन: प्रदीप श्रीवास्तव 

सुप्रभात

होली पे ग़ज़ल

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          होली   पे ग़ज़ल सामने प्याला रहे होली के दिन ! कोई न प्यासा रहे होली के दिन !! जल गई सारी बुराई आग मे ! जो रहे अच्छा रहे होली के दिन !! रंग का त्यौहार है फ़ीका न हो  ! रंग की बरखा रहे होली के   दिन !!| आंख भी मिलती रहे उस आंख से ! तीर भी चलता रहे होली के   दिन !!| प्यार और उल्फत में कंजूसी न हो ! दिल भी ये दरिया रहे होली के दिन !! आंख मे मस्ती भरी हो गुफ्तगू मे शहद हो !| हर मज़ा मीठा रहे होली के दिन !!| ' रौनक़ ' उनकी शक्ल मैं   देखा करूँ ! दिल से दिल मिलता रहे होली के दिन !!| - प्रदीप श्रीवास्तव   " रौनक़ कानपुरी " (COPY WRITE)

Ghazal On Holi - SAMNE PYALE RAHE HOLI KE DIN" - PRADEEP SRIVASTAVA "RAU...

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श्रद्धाजंलि शहीद मंज़ूर अहमद

MEHFIL-E-GHAZAL AT NEW DELHI

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मोहब्बत के  दीपक जला कर तो देखो ! ज़रा दिल की दुनिया सजा कर तो देखो !! तुम्हे हो न जाए मोहब्बत तो कहना ! ज़रा हमसे ऑंखें मिला कर तो देखो !!   दोस्तों विगत दिवस छतरपुर , नईदिल्ली के फार्म हॉउस में श्री रविन्द्र कचरू के बेटे के विवाह के अवसर पर  महफ़िल-ए - ग़ज़ल का आयोजन किया गया ।  नई दिल्ली के इवेंट ऑर्गनाइज़र ने बुक किया था। यक़ीन मानिये इतनी शानदार ग़ज़लों की महफ़िल बहुत कम होती है । बहुत ही इज़्ज़त के साथ सभी ने देर रात तक ग़ज़लों का खूब लुत्फ़ उठाया । जहां सुमन सिंह के गीतों पर लोग झूमने लगे वहीँ चरण जीत  द्वारा गाये गए मन्ना डे के गीतों पर सभी मंत्रमुग्ध  हो गए । साउंड सिस्टम बहुत अच्छा  था जिसकी वज़ह से प्रोग्राम में और चार चाँद लग गए । मेरी टीम में मनोज तिवारी जी ने तबले पर , श्री दीपक निगम ने इलेक्ट्रानिक पैड पर , ऋषि कान्त ने ढोलक और चानी भाई ने  बोर्ड पर बहुत ही सुरीली संगत की । और  सब कुछ सम्भव हुआ आपकी दुआओं की वज़ह से । FOR PROGRAMME PLEASE CONTACT ME ON # 9984555545 OR WRITE  pradeep.ghazal@gmail.com

MEHFIL-E-GHAZAL ON 28.02.2017

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कल सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं कवि पंडित बाबू राम शर्मा जी की पुत्री के विवाह के अवसर पर महफ़िल-ए-ग़ज़ल का आयोजन किया गया था । इस अवसर पर शहर के तमाम साहित्यकार एवं गीतकार उपस्थित थे , ख़ास तौर पर श्री श्याम नारायण निगम , श्री हरी शंकर तिवारी , श्री शांडिल्य जी , श्री चक्रधर शुक्ल आदि । देर रात तक गीत , ग़ज़ल और भजनो के फरमाइशों का दौर चलता रहा । ये बात सच है की कार्यक्रम कैसा भी हो आप क्या प्रस्तुत कर रहे हैं खास तौर पर मौके के हिसाब से तो रंग और जम जाता है ।  Contact for Programme : 9984555545 OR WRITE pradeep.ghazal@gmail.com