MERI HAYAAT KA WO MUQADDAR BANA RAHA मेरी हयात का वो मुकद्दर बना रहा ! जाने वो कौन था जो नज़र मे बसा रहा !! बुलबुल चहक के फूल के क़दमो पे गिर पड़ा ! सर इश्क़ का हमेशा तमाशा बना रहा ! मिल जाए उनका दर तो कहो जिंदगी मिली ! वरना सरे हयात किसे फ़ायदा रहा !! ऐसा करम की ख़ाक दरे मैकदा बना ! ये आबरू मिली तो फ़लक देखता रहा !! उन तक कभी ये ख़ाक भी पहुंचे ख़ुदा करे ! मैं तो दुआ हमेशा यही मांगता रहा !! ~ हज़रत शाह मंजूर आलम “कलंदर मौजशाही”
बताये कोई कहाँ पर नहीं हूँ मैं, किसी के वास्ते यहाँ पर नहीं हूँ मैं बनाया जिनको बड़ी हसरतों से था, उसी की शायद ज़ुबाँ पर नहीं हूँ मैं हिदायतें भी दे रखी थी मगर हमने , मगर ...
दर्द दिल में लबों पे मुस्कान रखते हैं सन्हाल कर कफ़न में अरमान रखते हैं जिस्म झाँकता है चीथड़ों से मगर -- हरदम ख़यालों में हिन्दुस्तान रखते हैं ~पेन्टरमदन, उमरियापान ...
🌹गीत 🌹 क़िस्सा-ए-दर्द भुलाने को कहाँ जाएँ हम। ग़म की रूदाद सुनाने को कहाँ जाएँ हम। उनके जाते ही बहारों ने भी रुख़ फेर लिया। ऐसा लगता है ज़माने ने ही रुख़ फेर लिया। बिगड़ी ...
टी सिरीज़ ने यु ट्यूब से आतिफ असलम के गाने को हटाया, और कपिल शर्मा शो से सिद्धू को हटाया--- पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तानी सिंगर्स पर एक्शन, आतिफ़ असलम के गानों को किया गया YouTube से Unlist ज...