मोहब्बत उसके हिस्से में कभी आ ही नहीं सकती - Alka Mishra - Kanpur Mushaira





तुम्हारी याद से
रौशन दरों दीवार रहते हैं !
मै अक्सर शाम को
दीपक जलाना भूल जाती हूँ !!
~
अलका मिश्रा
https://youtu.be/QEairCM2ZbM

Comments

Popular posts from this blog

GHAZAL LYRIC- झील सी ऑंखें शोख अदाएं - शायर: जौहर कानपुरी

Ye Kahan Aa Gaye Hum_Lyric_Film Silsila_Singer Lata Ji & Amitabh ji

SUFI_ NAMAN KARU MAIN GURU CHARNAN KI_HAZRAT MANZUR ALAM SHAH