Goolar Ke Phool - by Sri Prashant Tripathi , HOD , Sociology, Kanpur
साहब स्मृति
फाउंडेशन, कानपुर के तत्त्वाधान में
दिनांक १५ दिसंबर, २०१९ को
"जश्न-ए-मौजशाही" का आयोजन स्टॉक एक्सचेंज प्रेक्षागार, कानपुर में सम्पन्न हुआ जिसमे सुप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत
मंज़ूर आलम शाह "कलंदर मौजशाही" जिन्हे सभी हुज़ूर साहब के नाम से जानते
हैं द्वारा रचित लगभग ७०० ग़ज़लों, गीतों और मनकबत "
गूलर के फूल" के उर्दू संस्करण के लोकार्पण के अवसर पर हुज़ूर साहब एवं गूलर
के फूल की समीक्षा करते हुए श्री प्रशांत त्रिपाठी |
फाउंडेशन, कानपुर के तत्त्वाधान में
दिनांक १५ दिसंबर, २०१९ को
"जश्न-ए-मौजशाही" का आयोजन स्टॉक एक्सचेंज प्रेक्षागार, कानपुर में सम्पन्न हुआ जिसमे सुप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत
मंज़ूर आलम शाह "कलंदर मौजशाही" जिन्हे सभी हुज़ूर साहब के नाम से जानते
हैं द्वारा रचित लगभग ७०० ग़ज़लों, गीतों और मनकबत "
गूलर के फूल" के उर्दू संस्करण के लोकार्पण के अवसर पर हुज़ूर साहब एवं गूलर
के फूल की समीक्षा करते हुए श्री प्रशांत त्रिपाठी |
https://youtu.be/QHx7DuGk0gM
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