goolar ke phool
डा अब्बास नैय्यर जलालपुरी जो लखनऊ यूनिवर्सिटी के हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट हैं और बहुत ही अच्छे शायर हैं ने सुप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत मंज़ूर आलम "कलंदर मौजशाही" के द्वारा रचित "गूलर के फूल" काव्य संग्रह जिसमे सूफ़ी गीत, ग़ज़ल,भजन और मनकबत हैं के उर्दू संस्करण के मुबारक़ मौके पर बहुत ही शीरी ज़ुबान से जो निज़ामत की वो काबिले तारीफ़ | यक़ीन न हो तो आप भी सुने :
आपका
प्रदीप श्रीवास्तव
https://youtu.be/EqFo4OMSorU
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