Tere Aaane Ki Jab Khabar Mahkey_ तेरे आने की जब ख़बर महके_ Lyric_Nawaz Devbandi_Singer_Pradeep Srivastava विगत दिवस चौधरी एहतेशाम साहेब के बेटे की शादी के पूर्व माँझे की रस्म के अवसर पर ग़ज़लों की एक शाम खास लोगों के लिए रखी गई थी | इस मुबारक मौके पर जगजीत सिंह जी की गाई हुई मशहूर ग़ज़ल “तेरे आने की जब ख़बर महके” से माहौल को खुशनुमा बनाया | पेश है इस ग़ज़ल की वीडियो रिकार्डिंगम जो आपको पसंद आएगी | तबले पर संगत अखिलेश सोनी , की. बोर्ड पर अभिनव श्रीवास्तव , इलेक्ट्रॉनिक पैड पर आशीष धोले , दिनेश सिंह ने साइड रीदम पर मधुर संगत की वहीँ बेहतरीन साउंड की व्यवस्था बाला जी साउन्ड के सोनू ने की | Disclaimer: सभी ऑडियो कॉपीराइट सही मालिकों और सामग्रियों की संपत्ति हैं यह वीडियो केवल गैर-वाणिज्यिक और गैर-लाभकारी उपयोग के लिए है। This video is made for the entertainment purpose. All the copyrights are entitled with the company. PRADEEP SRIVASTAVA MUSICAL GROUP +91 9140886598 Disclaimer: तेरे आने की जब ख़बर महके तेरी ख़ुशबू से सारा घर महके वो घड़ी-दो-घड़ी जहाँ ब...
Manqabat: अगर मिल गई मुझको राहे मदीना। , मोहम्मद का नक़्शे क़दम चूम लूँगा ! अक़ीदत से क़ाबे में सर को झुका कर , निगाहों से बाबे हरम चूम लूँगा ! गायक : प्रदीप श्रीवास्तव https://youtu.be/2w58BZSKVvI
मुझ को मैकश समझते हैं सब बादाकाश , क्यूँ के उनकी तरह लड़खड़ाता हूँ मैं , मेरी रग रग में नशा मुहब्बत का है , जो समझ में ना आए तो मैं क्या करूँ , सिर्फ़ एक बार नज़रों से नज़रें मिलें , और क़सम टूट जाए तो मैं क्या करूँ , Cover_Pradeep Srivastava +91 9140886598
श्री उमेश जिंदल गृह प्रवेश के अवसर पर : संत तुलसी दास जी और संत सूर दास जी द्वारा रचित गणेश वंदना नई धुन मे 21-11-2025 गायक : प्रदीप श्रीवास्तव https://youtu.be/Q 4 CmGJ 8 w 1 Hk
Mushaira_Siya Sachdeva_Ab Kachhey Rangon Se Hain Rishtey Naatey_ अब कच्चे रंगों से है रिश्ते नाते Saheb Smriti Foundation_Kanpur_12th October, 2025 दिनांक 12 अक्टूबर 2025 को कानपुर के मर्चेन्ट चेम्बर प्रेक्षागार, मे चौदहवाँ राष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा “नारी तू नारायणी” का आयोजन साहेब स्मृति फाउंडेशन के द्वारा संस्था की संस्थापक एवं अध्यक्षा डॉक्टर इरा मिश्रा जी की संरक्षता मे विश्वप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत मंज़ूर आलम शाह साहेब की याद मे प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है | इस कार्यक्रम मे देश के विभिन्न शहरों से शायराओं और कवित्रीयों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की | बरेली की जानीमानी कवियित्री और शायरा सुश्री सिया सचदेवा ने अपनी रचनाए प्रस्तुत की ! उम्मीद करता हूँ कि यह वीडियो आपको पसंद आएगा | साहेब स्मृति फाउंडेशन, कानपुर Disclaimer: सभी ऑडियो कॉपीराइट सही मालिकों और सामग्रियों की संपत्ति हैं यह वीडियो केवल गैर-वाणिज्यिक और गैर-लाभकारी उपयोग के लिए है। This video is made for the entertainment purpose. All the copyrights are entitled with the company. ...
Mushaira_Chandni Pandey_Saheb Smriti Foundation_Kanpur_12 th October,, 2025 दिनांक 12 अक्टूबर 2025 को कानपुर के मर्चेन्ट चेम्बर प्रेक्षागार, मे चौदहवाँ राष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा “नारी तू नारायणी” का आयोजन साहेब स्मृति फाउंडेशन के द्वारा संस्था की संस्थापक एवं अध्यक्षा डॉक्टर इरा मिश्रा जी की संरक्षता मे विश्वप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत मंज़ूर आलम शाह साहेब की याद मे प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है | इस कार्यक्रम मे देश के विभिन्न शहरों से शायराओं और कवित्रीयों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की | कानपुर की जानीमानी कवियित्री और शायरा चाँदनी पांडे ने अपनी रचनाए प्रस्तुत की ! उम्मीद करता हूँ कि यह वीडियो आपको पसंद आएगा | साहेब स्मृति फाउंडेशन, कानपुर Disclaimer: सभी ऑडियो कॉपीराइट सही मालिकों और सामग्रियों की संपत्ति हैं यह वीडियो केवल गैर-वाणिज्यिक और गैर-लाभकारी उपयोग के लिए है। This video is made for the entertainment purpose. All the copyrights are entitled with the company. 🙏🏻 Please Subscribe, Like & Comment 🙏🏻 रिश्तों की जब धूप निखरने लगती है...
Mushaira_Alka Mishra_ पत्थर समझ के राह से सबने हटा दिया _ Saheb Smriti Foundation_12-10-2025_Nari Tu Narayani दिनांक 12 अक्टूबर 2025 को कानपुर के मर्चेन्ट चेम्बर प्रेक्षागार, मे चौदहवाँ राष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा “नारी तू नारायणी” का आयोजन साहेब स्मृति फाउंडेशन के द्वारा संस्था की संस्थापक एवं अध्यक्षा डॉक्टर इरा मिश्रा जी की संरक्षता मे विश्वप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत मंज़ूर आलम शाह साहेब की याद मे प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है | इस कार्यक्रम मे देश के विभिन्न शहरों से शायराओं और कवित्रीयों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की | कानपुर की जानीमानी कवियित्री और शायरा मोहतरमा अलका मिश्रा ने अपनी रचनाए प्रस्तुत की ! उम्मीद करता हूँ कि यह वीडियो आपको पसंद आएगा | साहेब स्मृति फाउंडेशन, कानपुर