Short_Mujhko Maikash Samajhte Hain Sab Badakash_मुझ को मैकश समझते हैं सब...
मुझ को मैकश समझते हैं सब बादाकाश,
क्यूँ के उनकी तरह लड़खड़ाता हूँ मैं,
मेरी रग रग में नशा मुहब्बत का है,
जो समझ में ना आए तो मैं क्या करूँ,
सिर्फ़ एक बार नज़रों से नज़रें मिलें,
और क़सम टूट जाए तो मैं क्या करूँ,
Cover_Pradeep Srivastava
+91 9140886598
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