Manqabat_Agar Mil Gai Mujhko Rah-E-Madeena_अगर मिल गई मुझको राह-ए-मदीना_...
Manqabat:
अगर मिल गई मुझको राहे मदीना।,
मोहम्मद का नक़्शे क़दम चूम लूँगा
!
अक़ीदत से क़ाबे में सर को झुका कर,
निगाहों से बाबे हरम चूम लूँगा
!
गायक : प्रदीप श्रीवास्तव
Manqabat:
अगर मिल गई मुझको राहे मदीना।,
मोहम्मद का नक़्शे क़दम चूम लूँगा
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अक़ीदत से क़ाबे में सर को झुका कर,
निगाहों से बाबे हरम चूम लूँगा
!
गायक : प्रदीप श्रीवास्तव
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