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Showing posts from August, 2021

बेटियां

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*♥️♥️बेटियां*♥️♥️ आज मन हुआ कि उन *भाग्यशाली पापा* और *मम्मी* को *बधाई* दी जाए जिन्होंने कम से कम एक *बेटी* को दो कुल की रक्षा के लिए जन्म दिया । आप सब को *बहुत बहुत बधाई* । *मेहंदी रोली कंगन* का सिँगार नही होता *रक्षा बँधन भईया दूज* का त्योहार नहीं होता  रह जाते है वो घर सूने आँगन बन कर जिस घर मे *बेटियों* का *अवतार* नहीं होता *जन्म* देने के लिए *माँ* चाहिये *राखी* बाँधने के लिए *बहन* चाहिये *कहानी* सुनाने के लिए *दादी* चाहिये *ज़िद* पूरी करने के लिए *मौसी* चाहिए *खीर* खिलाने के लिए *मामी* चाहये *साथ* निभाने के लिए *पत्नी* चाहिये पर यह सभी रिश्ते निभाने के लिए *बेटियां* तो *जिन्दा* रहनी चाहये घर आने पर दौड़ कर जो पास आये उसे कहते हैं *बेटियां*👧 ।। थक जाने पर प्यार से जो *माथा* सहलाए उसे कहते हैं *बेटियां*👧 ।। *कल दिला देंगें* कहने पर जो *मान* जाये उसे कहते हैं *बेटियां* 👧 ।। हर रोज़ समय पर *दवा* की जो याद दिलाये उसे कहते हैं *बेटियां*👧 ।। घर को मन से फूल सा जो सजाये उसे कहते हैं *बेटियां*👧 ।। सहते हुए भी अपने *दुःख* जो छुपा जाये उसे कहते हैं *बेटियां*👧 ।। दूर जाने पर जो

आयकर कानून

आयकर कानून : नए नियमो के अनुसार आपको इनपर भरना होगा ज्यादा टेक्स, जानिए क्या है नए नियम_ जागरूक नागरिक उज्ज्वल भविष्य भारत का प्रतापसिंह आपके वित्तीय लेनदेन और बैंक से जुड़े कई काम बदल गए हैं. यह बदलाव वित्तीय वर्ष 2022 के लिए लागू हैं और कुछ की सीमा बढ़ाई गई है. लेकिन बदलावों को मौजूदा वित्तीय वर्ष में ही अमल में लाना है. अगर आप चाहते हैं कि आगे चलकर कोई परेशानी न हो, टैक्स आदि के झंझटों से मुक्त रहना पड़े तो इन 5 नियमों के बारे में जान लें. ये नियम पीएफ PF, टीडीएस TDS, पैन लिंकेज PAN linkage, लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान linked insurance plan और सीनियर सिटीजन आईटीआर से जुड़े हैं. 1- पीएफ पर ब्याज प्रोविडेंट फंड PF के ब्याज पर लगने वाले टैक्स का नियम इस साल नया लागू हुआ है. ईपीएफ पर मिलने वाले ब्याज को लेकर सरकार ने नया नियम घोषित किया है. अगर ईपीएफ में पैसा जमा है और उस पर 2.5 लाख रुपये तक या उससे ज्यादा ब्याज की कमाई होती है तो अब इनकम टैक्स चुकाना होगा. इस नए वित्तीय वर्ष में 1 अप्रैल 2021 के बाद यह नियम लागू है. हालांकि इसमें टैक्सपेयर को एक बड़ी सुविधा दी गई है. अगर आपके पीएफ में कंपन

मिशन काबुल

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भारत का मिशन काबुल🛬🛫 पिछले 3-4 दिनों से हम दख रहे है कि भारतीय वायुसेना के विमान अफगानिस्तान में फंसे भारतीयो को काबुल से लेकर आ रहे है देखने और सुनने मे यह काफी आसान लगता है लेकिन इसके पीछे भारत सरकार की कितनी मेहनत और कितनी कूटनीति है वह भी हमे जानना चाहिये । सबसे पहली बात यह कि अफगानिस्तान जाने के लिये हमारे पास कोई सीधा प्लेन रुट नही है इसके लिये सबसे शॉट कट रुट जो है वह पाकिस्तान से होकर जाता है लेकिन हमेशा की तरह पाकिस्तान इसमे बड़ा अड़ंगा है इसलिये भारतीय विमानों को लंबा रुट लेकर ईरान से होकर जाना पड़ता है इसके लिये भारत सरकार ने सबसे पहले ईरान से भारतीय वायुसेना के विमानों के लिये एयर स्पेस के इस्तेमाल की मंजूरी हासिल की यह मंजूरी हासिल करना इतना आसान काम नही था क्यो कि कोई भी देश दूसरे देश की वायुसेना को अपने एयर स्पेस के इस्तेमाल की अनुमति नही देता है  लेकिन ईरान से भारत सरकार यह अनुमति हासिल करने में सफल रही । इस अनुमति को हासिल करने के  बाद भी वहाँ एक दूसरा पेच था कि भारतीय प्लेन सीधे काबुल नही उतर सकते थे क्यो कि तालिबान के साथ भारत के सम्बंध कभी अच्छे नही रहे है इसलिये भार

शहीद राजगुरु

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24 अगस्त 1908 - महान क्रांतिकारी शिवराम हरि राजगुरु को जन्म जयन्ती पर कोटि कोटि नमन।          वाराणसी में विद्याध्ययन करते हुए राजगुरु का सम्पर्क अनेक क्रान्तिकारियों से हुआ। चन्द्रशेखर आजाद से इतने अधिक प्रभावित हुए कि उनकी पार्टी हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी से तत्काल जुड़ गये। आजाद की पार्टी के अन्दर इन्हें रघुनाथ के छद्म-नाम से जाना जाता था; राजगुरु के नाम से नहीं। पण्डित चन्द्रशेखर आज़ाद, सरदार भगत सिंह और यतीन्द्रनाथ दास आदि क्रान्तिकारी इनके अभिन्न मित्र थे। राजगुरु एक अच्छे निशानेबाज भी थे। साण्डर्स का वध करने में इन्होंने भगत सिंह  का पूरा साथ दिया था, जबकि चन्द्रशेखर आज़ाद ने छाया की भाँति इन तीनों को सामरिक सुरक्षा प्रदान की थी।         23 मार्च 1931 को  भगत सिंह तथा सुखदेव के साथ लाहौर सेण्ट्रल जेल में फाँसी का फंदा चूमकर  शिवराम राजगुरु ने अमरत्व प्राप्त किया। वन्दे मातरम। -शैलेन्द्र दुबे

तुम गुज़ार ही लोगे ज़िन्दगी

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तुम गुज़ार ही लोगे ज़िन्दगी,  हर फन में माहिर हो ! पर मुझे तो कुछ भी नहीं आता, तुम्हे चाहने के सिवा !!  

LOTA-अपना लोटा

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LOTA जानिए   # लोटा   और   # गिलास   के पानी में अंतर # भारत   में हजारों साल की पानी पीने की जो सभ्यता है वो गिलास नही है , ये गिलास जो है   # विदेशी   है. गिलास भारत का नही है. गिलास   # यूरोप   से आया. और यूरोप में   # पुर्तगाल   से आया था. ये पुर्तगाली जबसे भारत देश में घुसे थे तब से गिलास में हम फंस गये. गिलास अपना नही है. अपना लोटा है. और लोटा कभी भी   # एकरेखीय   नही होता. तो   # वागभट्ट   जी कहते हैं कि जो बर्तन एकरेखीय हैं उनका   # त्याग   कीजिये. वो काम के नही हैं. इसलिए गिलास का पानी पीना अच्छा नही माना जाता. लोटे का पानी पीना अच्छा माना जाता है. इस पोस्ट में हम गिलास और लोटा के पानी पर चर्चा करेंगे और दोनों में अंतर बताएँगे. फर्क सीधा सा ये है कि आपको तो सबको पता ही है कि पानी को जहाँ धारण किया जाए , उसमे वैसे ही   # गुण   उसमें आते है. पानी के अपने कोई गुण नहीं हैं. जिसमें डाल दो उसी के गुण आ जाते हैं.   # दही   में मिला दो तो   # छाछ   बन गया , तो वो दही के गुण ले लेगा. दूध में मिलाया तो # दूध का गुण. लोटे में पानी अगर रखा तो बर्तन का गुण आयेगा. अब लौटा गोल है तो

पहाड़ों से टकराना सीख लो..

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पहाड़ों से टकराना सीख लो.. रास्ते हर वक़्त हसीन नही होते..!!  

HUZUR SAHEB AMRIT WACHAN_PART-1_AUGUST 1998_

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HUZUR SAHEB’S AMRITWACHAN PART1 DATED 21.08.1998 https://youtu.be/7sfo0KQUkdU

इंडियन पायलट का अफगानिस्तान में जोश

-:: इंडियन पायलट का अफगानिस्तान में जोश::- अफगानिस्तान के पूरे घटनाक्रम से क्या आपको एक अंधेरी सुरंग के दूसरे सिरे पर आशा की किरण दिखती है'गौर करिये..जिस समय काबुल में अफरा तफरी मच गई थी,तालिबानी किशोर लड़ाके मोटर साइकिल और स्कूटर पर सवार होकर काबुल में दाखिल हो रहे थे, वहां का पुलिस बल तालिबानी किशोरों के हाथ अपने हथियार सौप रहा था,राष्ट्रपति भवन पर कब्जा किया जा रहा था,राष्ट्रपति अशरफ गनी, उपराष्ट्रपति सालेह अपने करीबियों के साथ वेश बदलकर छिपकर एक अनजान फ्लाइट से देश छोड़ रहे थे उस समय एयर इंडिया की एक सामान्य वाणिज्यिक फ्लाइट,काबुल एयरपोर्ट की वायुसीमा में, एयरपोर्ट पर उतरने के लिए एक घण्टे से चक्कर लगा रही थी।  याद रखिये "एक सिविलियन फ्लाइट"। जबकि भारतीय सीमा में वायुसेना के सी-17 ग्लोब मास्टर का फ्लीट सॉफ्ट स्टार्ट अवस्था में तैयार खड़ा था, आप समझिए,जिस समय दुबई यूएई जैसे क़ई मित्र मुस्लिम देशों ने काबुल एयरपोर्ट में तालिबानी कब्जे के बाद अपनी फ्लाइट सस्पेंड कर दिये है,अमेरिका फ्रांस ब्रिटेन जैसे देशों के विमान आज सुबह से काबुल एयरपोर्ट के आसपास भी नजर नही आ रहे ऐसे समय

अफगानिस्तान एक सच्चाई

( जिसने भी ये लेख लिखा है उसे दिल से सलाम ) *हमारे पूर्वज और अफगानिस्तान* इस लेख को पढ़ने से पहले तनिक गौर से इस छायाचित्र को देखें। संसार में सर्वाधिक युद्ध एशिया में खासकर भारत भूमि पर लड़े गए हैं। हालांकि भारत सदा एक शांतिप्रिय देश रहा है, फ़िर भी अफ्रीका, यूरोप, अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया वालों के धर्म-संस्कृति 1500-2000 वर्ष पहले कुछ और थे और आज कुछ और हैं। केवल भारत ही वो देश है संसार में जिसके धर्म-संस्कृति 1500-2000 वर्ष पहले भी जो थे आज भी वही हैं और उसके पालन करने वालों की संख्या भी 125 करोड़ पार है। आज जब देख-पढ़ रहा हूं कि साढ़े 3 लाख अफगान सैनिकों ने समर्पण कर दिया महज 70-80 हजार तालिबानियों के सामने और 5 करोड़ जनता भी सरेंडर हो गई। लानत है ऐसी कौम पर जिसे भारतीय फिल्मों में पठान के नाम पर बहादुर और शेरखान टाइप दिखाया जाता रहा है। काबुली वाला की अंट-शंट कहानियां। विगत एक वर्ष से भारत इन्हीं भूखे-नंगे अफगानियों को खाने के लिए फोकट में गेंहू, दवाईयां और बिस्किट भेज रहा था, इस स्तर के भिखारी हैं ये लोग। 1971 में भी पाकिस्तानी फौज़ में यही लोग थे जिन्होंने करीब एक लाख की संख्या में भारतीय

6th Award & Installation Ceremony of ROTARY ATULYA, KANPUR_14.08.2021

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6th Award & Installation Ceremony of Rotary Club Of Atulya, Kanpur Show Reel of 6th Award & Installation Ceremony of Rotary Club Of Atulya, Kanpur on 14th August 2021 At KD Palace, Kanpur RTN. PAWAN SHAHDADPURI, President MANISH GURNANI, Secretary https://youtu.be/v7202_Ri8A0

Ganesh Vandana in new Tune - Live performance by Pradeep Srivastava , Gh...

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गणेश वंदना : गाइये गणपति जग वंदन-तुलसी दास जी , जय गणेश जय गणेश देवा - सूरदास जी , गायक - प्रदीप श्रीवास्तव प्रथम जन्म दिन आनंदिता पुत्री डॉ आनंद प्रताप सिंह व डॉ अंचला सिंह , पौत्री डॉ सी के सिंह व डॉ सरला सिंह https://youtu.be/Xt 3 _j-QUKlo

बाबा केदारनाथ की शिला

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कलयुग में भोलेनाथ की उपस्थिति का साक्षात प्रमाण भीम शिला केदारनाथ 16 जून 2013 को केदारनाथ महाजलप्रलय के दौरान अपनी जान बचाकर ऊंचाई वाले स्थानो पर पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया की आपदा काल के दौरान उन्होंने  प्रचंड वेग से इस शिला को मंदिर की ओर आते देखा तो उन्हें लगा कि यह शिला मंदिर से टकराकर मंदिर को ध्वस्त कर देगी ! परंतु उन्होंने देखा कि मंदिर के समीप आते ही शिला का वेग अचानक थम गया साथ ही उन्होंने बड़े-बड़े पदचापो की आवाज़े सुनी जैसे कोई  अदृश्य महाशक्ति इस शिला को मंदिर के पीछे बीचों-बीच सही दिशा में व्यवस्थित कर रही है! शिला के व्यवस्थित होते ही महाजल प्रलय ने प्रचंड रूप धारण कर लिया तथा पानी का प्रबल वेग शिला से टकराकर दो भागों में विभक्त होकर मंदिर के दोनों किनारों से निकलने लगा !  जिससे मंदिर एवं उसमें शरण लिए लोग सुरक्षित बच गए ! मंदिर के अर्चक, प्रबंध समिति के सदस्य भी इस बात से इंकार नहीं करते कि यदि यह शिला प्रगट नहीं हुई होती तो मंदिर का बच पाना नामुमकिन हो जाता ! धार्मिक_विद्वानों एवं स्थानीय लोक मान्यता है कि इस शिला की स्थापना स्वयं महाबली भीम द्वारा अपने आराध्य

SHAYARI शायरी

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Yesterday Night at Hotel Landmark, Fantastic Programme of 1st Bday of Anandita Grand Daughter of Dr.C.K.Singh & Sarla Singh . नज़र से नज़र मिलाना कोई मज़ाक नहीं, मिला के आँख चुराना कोई मज़ाक़ नहीं ! -ज़िया फतेहाबाद **** करम ऐसे न कर ख़ुद की निगाहों से तू गिर जाए, अगर ऐसा हुआ तो ख़ुदा देगा सज़ा तुझको ! **** हुस्न का क्या काम सच्ची मोहब्बत में, जब आँख मजनू हो तो लैला हसीन नहीं लगती है ! **** तुम आ गए हो तो कुछ चांदनी सी बातें हों, ज़मी पर चाँद कहाँ हर रोज़ उतरता है ! **** हमसे कहता है ज़माना, कि बदल लो ख़ुद को, यानी फूलों को मशवरा है, मसल लो ख़ुद को ! - प्रमोद तिवारी **** अब कहाँ जाओगे तुम लौट के जाने वाले, मेरी हंसती हुई आँखों को रुलाने वाले ! तुझसे बिछड़ा हूँ तो काँटों पे सफ़र करता हूँ, फूल चाहत के सरे राह बिछाने वाले ! - शमीम अंजुम वारसी   **** ना ढूंढो लज्ज़त इस ज़माने की, ये जगह है तुमको आजमाने की ! **** उस नज़र में इंसान कहाँ ढूढ़ते हो आरिफ़, जिसे खताओं पे झुकना नही आया कभी ! - के आरिफ़ **** बात से बात की गहराई चली जाती है, झूठ आ जाए तो स
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कभी साथ बैठो तो कहूँ कि दर्द क्या है , अब यूँ दूर से पूछोगे तो ख़ैरियत ही कहेंगे ! - - - - सुख मेरा काँच सा था , न जाने कितनों को चुभ गया ! - - - - कुछ सोच के उसने भी दीवाना बनाया है, कुछ सोच के हमने भी घर अपना जलाया है ! अब हमसे नहीं होगी शाहों की क़दम बोशी, सर हमने फ़क़ीरों की चौखट पे झुकाया है ! - सुधीर बेकस