SHAYARI
जख्म के
लिए तैयार हो जाओ
ऐ
दिल
!
कुछ लोग
प्यार से पेश आ रहें हैं !!
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तुम्हें
ये दुनिया
कहाँ फूल देने वाली है !
मिले
हैं काँटे तो
काँटों को ही गुलाब करो !!
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अहसान
रहा इलजाम लगाने वालो का मुझ पर !
उठती
ऊँगलियों ने मुझे मशहूर कर दिया !!
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शब्द
सम्हारे बोलिये,
शब्द के हाथ न पांव,
एक शब्द
औषधि बने,
एक शब्द करे घाव !
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शब्द
सम्हारे बोलिये,
शब्द के हाथ न पांव,
एक शब्द
औषधि बने,
एक शब्द करे घाव !
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तू अगर
छोड़कर जाने पर तुला है तो जा !
जान भी
जिस्म से जब जाती है तो पूछती है क्या !!
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हंसी, मज़ाक, अदब, और महफ़िलें !
उदासियों के बदन पर
लिबास कितने थे !!
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