Mushira|Shabana Shabnam (Indore) | Jashn-E-Maujshaai|Saheb Smriti Founda...

मैंने जब भी तेरी तहरीर से बातें की हैं,

यूँ लगा जैसे अभी मीर से बातें की हैं !

हिचकियाँ कल भी यक़ीनन तुझे आई होंगी,

मैंने दिन भर तेरी तस्वीर से बातें की हैं !

- शबाना शबनम

 

https://youtu.be/pI6EvH_eHew

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