Mushira|Zia Alvi | ज़िया अल्वी | Jashn-E-Maujshaai|Saheb Smriti Foundatio...
Mushaira
पहले ख़ुद को ज़रा बदल के आ,
इश्क़ के दर पे फिर मचल के आ !
हुस्न-ए-लैला में रब दिखेगा तुझे,
रंग-ए-मजनू में पहले ढल के आ !
- ज़िया अल्वी
Mushaira
पहले ख़ुद को ज़रा बदल के आ,
इश्क़ के दर पे फिर मचल के आ !
हुस्न-ए-लैला में रब दिखेगा तुझे,
रंग-ए-मजनू में पहले ढल के आ !
- ज़िया अल्वी
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