Chashme Saqi To Mehaban Hai Magar_चश्मे साक़ी तो मेहरबाँ है मगर_Short_Pra...
Chashme Saqi To Mehaban Hai Magar_चश्मे साक़ी तो मेहरबाँ है मगर_Short_Pradeep
Srivastava
चश्मे साक़ी तो मेहरबां है मगर,
क्या करें अपनी प्यास ही कम हैं !
आज तो बेनक़ाब आ जाओ,
आज महफ़िल में रौशनी कम है !
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