SHAYARI

स्वराज वृद्धा आश्रम पनकी में कार्यक्रम करते हुए |  

शायद ये जमाना उन्हें भी पूजने लगे,
कुछ लोग इसी ख्याल से पत्थर के होने लगे !


 

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