SHAYARI
जिंदगी संवारने को तो जिंदगी पड़ी है ...
पहले वो लम्हा सँवार लो जहाँ जिंदगी खड़ी है!
तेरी सांसों की महक समायी है इस दिल मे !
बस तुम मुस्कराते रहना दिल धड़कता रहेगा !!
मेरी तलब के तक़ाज़े पे थोड़ा गौर तो कर !
मैं तेरे पास आया हूं ख़ुदा के होते हुवे ।।
जिन से मिल कर ज़िंदगी से इश्क़ हो जाए,
वो लोग आप ने शायद न देखे हों मगर ऐसे भी हैं !!
~सुरूर बाराबंकवी
मैंने दरिया खंगाल कर देखा
कोई नेकी नहीं मिली उसमें
- राजेश रेड्डी
वैसे तो इक आँसू ही बहा कर मुझे ले जाए
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता
मोहब्बत में बिछड़ने का हुनर सब को नहीं आता
किसी को छोड़ना हो तो मुलाक़ातें बड़ी करना
ऐसे रिश्ते का भरम रखना कोई खेल नहीं,
तेरा होना भी नहीं और तिरा कहलाना भी !
मैं ने चाहा है तुझे आम से इंसाँ की तरह,
तू मिरा ख़्वाब नहीं है जो बिखर जाएगा !
हमारे घर का पता पूछने से क्या हासिल,
उदासियों की कोई शहरियत नहीं होती !
मुसलसल हादसों से बस मुझे इतनी शिकायत है,
कि ये आँसू बहाने की भी तो मोहलत नहीं देते !
बहुत से ख़्वाब देखोगे तो आँखें,
तुम्हारा साथ देना छोड़ देंगी !
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