Ghazal_Khubsurat Hai Ankhen Teri_ Pradeep Srivastava , Ghazal Singer_Lyr...
ग़ज़ल
ख़ूबसूरत
है ऑंखें तेरी, रात को जागना छोड़ दे,
खुदबखुद
नींद आ जायेगी, तू मुझे सोचना छोड़ दे !
गायक:
प्रदीप श्रीवास्तव
शायर:
हसन काज़मी
ग़ज़ल
ख़ूबसूरत
है ऑंखें तेरी, रात को जागना छोड़ दे,
खुदबखुद
नींद आ जायेगी, तू मुझे सोचना छोड़ दे !
गायक:
प्रदीप श्रीवास्तव
शायर:
हसन काज़मी
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