SHAYARI 15-05-2024
इस
शर्त पे खेलूँगी पिया प्यार की बाज़ी
जीतूँ
तो तुझे पाऊँ, हारी तो पिया तेरी !
◆ परवीन
शाकिर
समेट लीजिए एक बार खुलकर बाहों
में,
कोई पूछे तो कह देना. इश्क की
रात हैं आज !
ईश्क की इमारतें हो गई कमजोर
हर जगह बेवफाई का नाम हो गया..
कोई निभा ना पाया मोहब्बत मैं
वादे
तो कोई निभा कर भी बदनाम हो
गया...!!
पूछो क्या है शराबखाने में,
हर दवा है शराब खाने में !
जो.…हो कर भी...ना हो....उनका होना कैसा......!
अगर...रिश्ता...बस नाम का हो....तो फिर...रोना
कैसा.......!!
कोई चारा भी नहीं "दुआ" के सिवा !
कोई सुनता भी नही "ईश्वर" के सिवा !!
मेरे नजदीक आ के देख मेरे अहसास की शिद्दत,
ये दिल कितना धड़कता है...तेरा नाम आने पर !
PRADEEP
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9140886598
याद नहीं कुछ पर याद जैसा कुछ तो
है...
दर्मियान तेरे मेरे प्यार जैसा
कुछ तो है...
उम्र भर जो कमाया और
बच्चों ने कर लिया किनारा ,
बुढ़ापे में कुछ न मिला, मिला सिर्फ़ लाठी का
सहारा
~ मालती
तिरे
माथे पे ये आँचल बहुत ही ख़ूब है लेकिन,
तू इस
आँचल से इक परचम बना लेती तो अच्छा था !
जिन्दगी
एक आईना है यहां पर हर कुछ छुपाना पड़ता है !
दिल में
हों लाख गम फिर भी महफिल में मुस्कुराना पड़ता है !!
अजब ये ज़िंदगी
की क़ैद है, दुनिया का हर इंसाँ
रिहाई
माँगता है और रिहा होने से डरता है
-राजेश
रेड्डी
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