SHAYARI 17-08-2024
गर ना
होता इश्क़ मज़ाज़ी,
यार
कभी ना होता राज़ी,
देखते
रह गए पंडित क़ाज़ी,
इश्क़
की ले गए आशिक़ बाज़ी !
--
टाटा को
अंबानी कर दें अंबानी को टाटा।।
चौपाटी
को कर के रख दें इक पल में चौपाटा।।
पंजे में
आ जाए हमारे यदि दिल्ली की कुर्सी।
हम मीटर
में डीजल देंगे और लीटर में आटा।।
पंकज
अंगार
--
लहरों को
साहिल की दरकार नहीं होती,
हौसला बुलंद
हो तो कोई दीवार नहीं होती,
जलते हुए
चिराग ने आँधियों से ये कहा,
उजाला देने
वालों की कभी हार नहीं होती।
PRADEEP
SRIVASTAVA MUSICAL GROUP.
# +91
9140886598

Comments
Post a Comment