Mushaira_Farooq Jaysi_Apni Hasti Ko Hami Rakh Banaye Huye Hain_अपनी हस्त...
रुबाई/
ग़ज़ल
अच्छा
कि बुरा है नहीं पहचानते हैं,
और
कोई बताये तो बुरा मानते हैं !
अफ़सोस
तो ये है जो नहीं जानते कुछ,
वो
लोग समझते हैं कि सब जानते हैं !
- फारूक जायसी
रुबाई/
ग़ज़ल
अच्छा
कि बुरा है नहीं पहचानते हैं,
और
कोई बताये तो बुरा मानते हैं !
अफ़सोस
तो ये है जो नहीं जानते कुछ,
वो
लोग समझते हैं कि सब जानते हैं !
- फारूक जायसी
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