Mushaira_Nafees Kanpuri_Aap Ne Pilaai Hai_आप ने पिलाई है आप ही सम्हालिए_...
NAFEES KANPURI:
मकशों की
लग्ज़िशें नाज़ से ना टालिए,
आप ने पिलाई
है आप ही सम्हालिए !
दिल को मोह
लेने के और रुख निकालिये,
पत्थरों के
शहर में आईने न ढालिए !
- हक़ कानपुर
NAFEES KANPURI:
मकशों की
लग्ज़िशें नाज़ से ना टालिए,
आप ने पिलाई
है आप ही सम्हालिए !
दिल को मोह
लेने के और रुख निकालिये,
पत्थरों के
शहर में आईने न ढालिए !
- हक़ कानपुर
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