Posts

Showing posts from 2019

shayari

Image
बरसों  में एहसास" हुआ  है  हमको अपनी ग़लती का  ख़ुशबू की उम्मीद थी हमको कुछ  काग़ज़ के फूलों से असद अजमेरी Call For Program @ 99-8455-5545  

ग़ज़ल - उनके दर तक पहुँचने तो पाये - Unke Dar Tak - Pradeep Srivastava & R...

Image

SHAYARI

Image
नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है । चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है ॥ मन का साहस रगों में हिम्मत भरता है । चढ़कर गिरना गिर कर चढ़ना न अखरता है ॥ मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती । कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती ॥

DR. SIRAJ AJMALI - IN THE RELEASE OF URDU POETRY BOOK "GOOLAR KE PHOOL"

Image
DR. SIRAJ AJMALI - IN THE RELEASE OF URDU POETRY BOOK "GOOLAR KE PHOOL" जाने माने उत्तर प्रदेश लखनऊ के शायर जनाब शोएब निज़ाम ने सुप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत मंज़ूर आलम शाह "कलंदर मौजशाही" रचित   ग़ज़लों , गीतों और मनकबत " गूलर के फूल" के उर्दू संस्करण के लोकार्पण के अवसर पर गूलर के फूल की समीक्षा की समीक्षा करते हुए | ये कार्यक्रम   साहब स्मृति फाउंडेशन , कानपुर के तत्त्वाधान में दिनांक १५ दिसंबर , २०१९ को "जश्न-ए-मौजशाही" का आयोजन स्टॉक एक्सचेंज प्रेक्षागार , कानपुर में सम्पन्न हुआ ! https://youtu.be/vgUgqATqjGY

shayari

Image
सुप्रभात, है अजब सी कश्मकश दिल में 'असर'  किस को भूलें किस को रक्खें याद हम  ~असर अकबराबादी

SHAYARI

क्या जाने किस की प्यास बुझाने किधर गईं  इस सर पे झूम के जो घटाएँ गुज़र गईं  पाया भी उन को खो भी दिया चुप भी हो रहे  इक मुख़्तसर सी रात में सदियाँ गुज़र गईं  ~ क़ैफ़ी आज़मी 

SHAYARI

Image
दरिया हो या पहाड़ हो टकराना चाहिए  जब तक न साँस टूटे जिए जाना चाहिए

Ghazal - Rakhiye Na Bair Aur Na Ranjszh Nikaliye - Arvind Asar

Image
Ghazal - Rakhiye Na Bair Aur Na Ranjszh Nikaliye - Arvind Asar रखिये न बैर और न रंजिश निकालिए | ख़ुद को अभी भी वक़्त है थोड़ा संभालिए || https://youtu.be/3-cE1J1GU7Q

Goolar Ke Phool - Shayar Shoeb Nizam

Image
गूलर के फूल आ ही गए जब मैख़ाने में, जो होता है होने दो ! डूब के देखो पैमाने में जो होता है होने दो !! ~ हुज़ूर साहब 

ATAL JI

Image
ll 25 दिसम्बर ll  काशी हिन्दू विश्व विद्यालय के संस्थापक, महान विचारक, भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय जी एवं भारत के पूर्व प्रधान मंत्री ओजस्वी वक्ता, श्रेष्ठ कवि, भारत रत्न पंडित अटल बिहारी बाजपेयी जी की जयंती पर आप दोनों मनीषियों के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए शत शत नमन.

SHAYARI

Image
सुप्रभात, सबा लेकर चमन में उनकी ख़ुश्बू जब गई होगी ! तो दीवानो ने उनके हाथ दुनिया बेच दी होगी !! ~ हुज़ूर साहब  Call @ 99 - 8455 -5545 

Goolar Ke Phool - by Sri Prashant Tripathi , HOD , Sociology, Kanpur

Image
साहब स्मृति फाउंडेशन , कानपुर के तत्त्वाधान में दिनांक १५ दिसंबर , २०१९ को "जश्न-ए-मौजशाही" का आयोजन स्टॉक एक्सचेंज प्रेक्षागार , कानपुर में सम्पन्न हुआ जिसमे सुप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत मंज़ूर आलम शाह "कलंदर मौजशाही" जिन्हे सभी हुज़ूर साहब के नाम से जानते हैं द्वारा रचित लगभग ७०० ग़ज़लों , गीतों और मनकबत " गूलर के फूल" के उर्दू संस्करण के लोकार्पण के अवसर पर हुज़ूर साहब एवं गूलर के फूल की समीक्षा करते हुए श्री प्रशांत त्रिपाठी | https://youtu.be/QHx7DuGk0gM

SHAYARI

Image
जाते हुए वो बोल कर एक ऐसा सच गया ! जो सच हर एक शख़्स का चेहरा खुरच गया !! ~ मंगल नसीम 

goolar ke phool

डा अब्बास नैय्यर जलालपुरी जो लखनऊ यूनिवर्सिटी के हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट हैं और बहुत ही अच्छे शायर हैं ने सुप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत मंज़ूर आलम "कलंदर मौजशाही" के द्वारा रचित "गूलर के फूल" काव्य संग्रह जिसमे सूफ़ी गीत, ग़ज़ल,भजन और मनकबत हैं के उर्दू संस्करण के मुबारक़ मौके पर बहुत ही शीरी ज़ुबान से जो निज़ामत की वो काबिले तारीफ़ | यक़ीन न हो तो आप भी सुने :  आपका  प्रदीप श्रीवास्तव  https://youtu.be/EqFo4OMSorU

SHAYARI

सुप्रभात, कोई तबील उम्र भी यूँ ही जिया नसीम ! कोई ज़रा सी उम्र में इतिहास रच गया !! ~ मंगल नसीम 

vyang kavita aaj ke samay ki

लगी है आग शहर में, लगने दो ! - इनके बाप का  # हिंदुस्तान  थोड़े ही है !! - जली हैं कुछ बसें और कुछ गाड़ियाँ ! - आयकर में इनका योगदान थोड़ा ही है !! - लगेगी आग फुंकेगा पैसा ..हिदुस्तान के आम जन का ! - दंगाइयों के अब्बा की दुकान थोड़ी है !! - इनके आका भी कहीं साहिब-ए-मसनद हैं - उनके दिल में रत्ती भर #हिंदुस्तान थोड़ी है - कुछ बेहूदे लोग हैं शामिल इन दंगों में - सच्चे देशभक्तों का योगदान थोड़ी है # SUPORT  CAB #SUPORT NRC

current news

विरोध की आग में हर राजनितिक पार्टियां अपनी अपनी रोटियां सेकने ले लगी हैं, लेकिन इससे आग और फैलेगी ? इसे बुझाओ,  भड़काओ नहीं !

Shayar Farooq Jaysi - Speech in JASHN-E-MAUJSHAHI

Image

Sufi Sant Huzur Sahab & Jashn-E-Maujshahi - by Isha Tripathi "Mauli"

Image
साहब स्मृति फाउंडेशन , कानपुर के तत्त्वाधान में दिनांक १५ दिसंबर , २०१९ को "जश्न-ए-मौजशाही" का आयोजन स्टॉक एक्सचेंज प्रेक्षागार , कानपुर में सम्पन्न हुआ जिसमे सुप्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत मंज़ूर आलम शाह "कलंदर मौजशाही" जिन्हे सभी हुज़ूर साहब के नाम से जानते हैं द्वारा रचित लगभग ७०० ग़ज़लों , गीतों और मनकबत के काव्य संग्रह " गूलर के फूल" के उर्दू संस्करण के लोकार्पण के अवसर पर हुज़ूर साहब एवं संस्था के बारे में सुश्री ईशा त्रिपाठी "मौली" द्वारा सम्बोधन 

Sufi - Mushqey Khutan Khutan Salam - Lyric Hazrat Manzoor Aalam "Kalanda...

Image
मुश्के ख़ुतन ख़ुतन सलाम ,   रश्के चमन चमन सलाम लाले यमन यमन सलाम , नाज़िशें माओ मन सलाम ए मेरे जानो तन सलाम https://youtu.be/nFbEjuU3hZA

SHAYARI

सुप्रभात, मेरी शोहरत के तकाज़े ही अलग थे ताबिश ! गुमशुदा रहते हुए नाम कमाना था मुझे !! Call@ 99-8455-5545

SHAYARI

Image
नशा पिला कर गिराना तो सबको आता है ! मज़ा तो तब है कि गिरते को थाम ले साक़ी !! FOR PROGR. # +91 9984555545

shayari

Image
सुप्रभात, साथ भी उनके रहना मुश्किल ! हिज्र भी उनका सहना मुश्किल !! सब कुछ उनसे ही कहना है ! जिनसे कुछ भी कहना मुश्किल !! ~ मंगल नसीम  

shayari

Image
अजीब दर्द दिया है अजब ज़माना है | कभी फ़साना ये अपना उन्हें सुनाना है || ~ प्रदीप श्रीवास्तव " रौनक़ कानपुरी "

Sufi - Ab Kahan Uth Kar Tumhare Dar Se Koi Jayega -Pradeep Srivastava , ...

Image
अब कहाँ उठ कर तुम्हारे दर से कोई जाएगा | हज़रत मंजूर आलम शाह के इस पाक कलाम को उनकी बारगाह मे दिनांक 14 दिसंबर 2019 को पेश करने का मौका मिला | प्रस्तुत है इस कलाम की रिकार्डिंग | कोरस मे श्री दिनेश सिंह व अभिषेक झा ने साथ दिया , तबले पर श्री अखिलेश सोनी व ढोलक पर श्रे मनोज तिवारी ने संगत की |   # +91 9984555545 https://youtu.be/Ay360QHLmMA

Sufi - Teri Naaz-O-Ada Me Hai Wo - Lyric - Hazrat Manzoor Aalam "Kalanda...

Image
तेरी नाज़ों अदा में है वो दिलबरी दिलबरी दिलबरी ! कैसी रंगी फ़िज़ा जानेमन खुश्तरी खुश्तरी खुश्तरी !! ~ हज़रत शाह मंज़ूर आलम " शाह " Singer: Pradeep Srivastava, ( पूरा कलाम सुनने के लिए नीचे दिये गए लिंक को क्लिक करें और हाँ मेरे चैनल को सबस्क्राइब ज़रूर करिए ) https://youtu.be/ofjX0sTKd7M

NUSRAT MEHADI - CHALO TUM BOLO - चलो तुम बोलो - नुसरत मेहदी

Image

Jhuki Jjhuki si nazar on karaoke by Pradeep Srivastava

Image

Nazam - Utho Hamsaffiron Ye Manzil Nahi Hai - उठो हमसफ़ीरों ये मंज़िल नहीं...

Image
अब आओ मोहम्मद कहो फिर से कुरआं के फिर से मोहब्बत को भूली है दुनिया ~ मुकेश आलम ( पूरी शायरी के लिए नीचे दिए गए यू ट्यूब लिंक पर क्लिक करें | और हाँ SUBSCRIBE करना न भूलें   ) -   https://youtu.be/JyVhu1-TDz0

SHAYARI

रख हौसला वो मंजर भी आयेगा;  प्यासे के पास चल के समुन्दर भी आयेगा!  थक कर न बैठ ऐ मंजिल के मुसाफिर;  मंजिल भी मिलेगी और मज़ा भी आयेगा

SHAYARI

बार बार रफू करता रहता हूँ,जिन्दगी की जेब !! कम्बखत फिर भी, निकल जाते हैं खुशियों के कुछ लम्हें  - - - - ख़ैरियत में तुझसे मिलने आएगा ना कोई भी ! ऐ दिल-ए-नादां तुझे बीमार होना चाहिए !! - - - - जो झुकते हैं जिंदगी मे वो कायर नही होते हैं। यह तो हुनर होता है हर रिश्ते को निभाने का।। - - - - बहुत दिनों में मोहब्बत को ये हुआ मालूम जो तेरे हिज्र में गुज़री वो रात रात हुई ~फ़िराक़ गोरखपुरी - - - - मुद्दतें गुज़र गईं हिसाब नहीं किया, न जाने अब किसके कितने रह गए हैं हम। - - - -

SHAYARI

हजार खामियाँ हैं मुझमे और ये मुझे मालूम भी है  पर एक तुम हो नासमझ  जो मुझे बेहतरीन कहते हो

SHAYARI

दो ही हमसफर मिले जिन्दगी में एक सब्र तो दूसरा इम्तिहान

SHAYARI

करीब ना होते हुए भी करीब पाओगे मुझे ! क्योंकि एहसास बनके दिल में उतरना आदत है मेरी !!

SHAYRIहमारी ऊंचाइयों को तो सबने देखा ! हमारे पैरों में पड़े छाले किसी ने न देखा !!

Image
हमारी ऊंचाइयों को तो सबने देखा ! हमारे पैरों में पड़े छाले किसी ने न देखा !! 

Ghazal - Hamko Kiske Gham Ne Mara - Pradeep Srivastava

Image

SHAYARI

Image
हजारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब ! इसी का नाम है ज़िन्दगी चलते रहिये जनाब  !!

shayri

चाहे जो कोई भी बलात्कारी हो ! सब पर फरमाने फाँसी जारी हो !! ~सरफ़राज़ भारतीय

Mushaira - Kal Nahi Kaha Hamne कल नहीं कहा हमने आज भी नहीं कहते !- Shaya...

Image
ग़ज़ल कल नहीं कहा हमने आज भी नहीं कहते ! संग को कभी हीरा जौहरी नहीं कहते !!   हो हसीं कितनी भी धुप सर्द मौसम की ! धूप को मगर फिर बी चांदनी नहीं कहते !! ~ एम् आर क़ासमी 7TH Rashtriya Kavi Sammelan & Mushaira Organized by SAHAB SMRITI FOUNDATION , Kanpur on 13th October, 2019. PRADEEP SRIVASTAVA # +91 9984555545 https://youtu.be/MApgAqgHm2E

Mushaira - प्रेम की राह पर - Prem Ki Raah Par - Alka Mishra

Image

Shayari

ये इश्क़ और मोहब्बत की रवायत भी अजीब है ! जिसको पाया नहीं उसको खोना भी नहीं चाहते !!

Shayri- khamosi

ख़ामोशी का भी अपना अलग अंदाज़ होता है बस समझने वाले कम होते हैं

Shayri- Jab mile

जब मिले जिसको भी प्यासी आरज़ू हो कर मिले। ख्वाब की दुनियां में भी हम रू ब रू होकर मिले। इश्क़ को हमने निभाया इक इबादत की तरह। जब भी उस से हम मिले तो बाबज़ू हो कर मिले।। पंकज अंगार

शायरी

कोशिश न कर,तू सभी को ख़ुश रखने की ! नाराज तो यहाँ, कुछ लोग ख़ुदा से भी हैं !!

SHAYARI

तुमसा कोई नज़र नहीं आता ! दर बदर माँगना नहीं आता ! झोलियाँ सबकी भरती जाती हैं ! देने वाला नज़र नहीं आता !! 

Ek Ajnabhi Haseena Se - Cover & Live on Facebook by Pradeep Srivastava ,...

Image

SHAYRI

आँख से आँख जब नहीं मिलती; दिल से दिल हम-कलाम होता है!

SHARI

शुभरात्रि, भरी महफिल में इश्क़ का ज़िक्र हुआ, हमने तो सिर्फ आप की ओर देखा और लोग वाह-वाह कहने लगे !

SUFI GHAZAL - DIL KI DUNIYA JAAG GAI HAI - PRADEEP SRIVASTAVA

Image

SHAYARI

हुस्न के कसीदे तो गढ़ती रहेंगी महफिलें ! झुर्रियां भी प्यारी लगे तो, मान लेना इश्क है !!

shayari

Image
सुप्रभात, सारी उम्र बचाया मैंने अपना दामन इश्क़ से ! जब बाल सफेद हुए तब इश्क़ ने रंगना सिखा दिया !!
Image
शुभरात्रि, कितना खूबसूरत है उसका मेरा रिश्ता ! न उसने कभी बांधा, न हमने कभी छोड़ा !!

Ghazal - Apni Yadon Ki Mehfil Saja Lijiye - Pradeep Srivastava "Raunaq K...

Image
अपनी यादों की महफ़िल सजा लीजिये ! उसको आवाज़ देकर बुला लीजिये !! बाद में सोचियेगा किसी के लिए ! पहले अपने को अच्छा बना लीजिये !! प्रदीप श्रीवास्तव  ग़ज़ल गायक,

Geet - - गाये जा मल्हार रे बाबा - Gaye Ja Malhar Re Baba - Jaleel Nizami

Image
गाये जा मल्हार - २ दिन जीवन के हैं चार ( इस मधुर गीत को सुनने के लिए नीचे दिए गए यू ट्यूब लिंक पर क्लिक करें | और हाँ SUBSCRIBE करना न भूलें   ) साहब स्मृति फाउंडेशन द्वारा आयोजित ७वें राष्ट्रिय कवि सम्मलेन और मुशायरे में क़तर से आये शायर जनाब जलील निज़ामी ने अपने मधुर गीत से श्रोताओं का दिल जीता | https://youtu.be/aBvhAPVHINg PRADEEP SRIVASTAVA # +91 9984555545

Na Ummiidi Ka Ye Aalm ना उम्मीदी का ये आलम - Iqbal Khalish , Agra -Musha...

Image
ना उम्मीदी का ये आलम है तो क्या रह जाएगा ! वक़्त के होठों पे बस इक तज़किरा रह जाएगा !! चेहरे मिटने के लिए हैं, चेहरे सब मिट जाएँगे ! आईना था आईना है आईना रह जाएगा !!  ~ इक़बाल ख़लिश  https://youtu.be/vnLIoq1UaVg

ताजदार-ए-चिश्तियाँ हज़रत ख़्वाजा मोईनूद्दीन हसन चिश्ती ग़रीब नवाज़ का खूबसूर...

Image
Tajdar-e-Chishtiyan Hazrat Khwaja Mo'eenuddin Hasan Chishty Ghareeb Nawaz Ka Khoobsurat Nazara ताजदार-ए-चिश्तियाँ हज़रत ख़्वाजा मोईनूद्दीन हसन चिश्ती ग़रीब नवाज़ का खूबसूरत नज़ारा ११ नवम्बर. , २०१९ https://youtu.be/yrkwKTFFTH8

shayri

“है राम के वजूद पर हिंदोस्ताँ को नाज, अहले नज़र समझते हैं उनको इमाम ए हिंद !” ❤️🇮🇳🙏

Sufi Qalam - Aadab-e-Mohabbat ke Andaaz Badey Honge -, radeep Srivastava...

Image
आदाबे मोहब्बत के अंदाज़ बड़े होंगे ! वो मेरे कलेजे के शीशे में जड़े होंगे !! साक़ी तेरे क़दमों पे जो रिन्द पड़े होंगे ! इस सारे ज़माने में वह लोग बड़े होंगे !! गायक   - प्रदीप श्रीवास्तव व साथी ( पूरा कलाम सुनने के लिए नीचे दिये गए लिंक को क्लिक करें और हाँ मेरे चैनल को सबस्क्राइब ज़रूर करिए ) https://youtu.be/ 12 S 0 U 2 dHb 3 w

Mushaira - Hamare Naam Ke Aage Tum Apna Naam Likh Do - SHAHPAR RASOOL

Image
महफ़िल में जब से उसने पुकारा हमारा नाम ! दुश्मन बना हुआ है हमारा हमारा नाम !! तुमको पुकारते हैं हमें देखते हैं लोग ! जैसे के एक ही हो तुम्हारा हमारा नाम !! ~ Shahpar Rasool ( पूरी शायरी के लिए नीचे दिए गए यू ट्यूब लिंक पर क्लिक करें | और हाँ SUBSCRIBE करना न भूलें   ) https://youtu.be/NBFm-UAR3a0

Mushaira - रुबाइयाँ - Rubaaiyan - Shayar MR Qasmi ( Delhi )

Image
एक ख़्वाहिश थी कभी तेरे क़रीब आने की ! दिल ने कोशिश ही न की आँख को समझाने की !! कोई चट्टान है सीने के समंदर में भी ! जिससे आती है सदा लहर के टकराने की !! ~ एम आर क़ासिमी ( पूरी शायरी के लिए नीचे दिए गए यू ट्यूब लिंक पर क्लिक करें | और हाँ SUBSCRIBE करना न भूलें   )    https://youtu.be/zilt69md8X4

Mushaira - Ghamo Ki Sardiyon Mein - ग़मो की सर्दियों मे भी सुकूं की धूप ...

Image
कभी राँझा , कभी मजनू , कभी फ़रहाद का मौसम ! हज़ारों रंग जीता है दिल-ए-बरबाद का मौसम !! ग़मो की सर्दियों में भी सुकूं की धूप खिलती है ! हमारे साथ रहता है तुम्हारी याद का मौसम !! ~ नीना सहर ( पूरी शायरी के लिए नीचे दिए गए यू ट्यूब लिंक पर क्लिक करें | और हाँ SUBSCRIBE करना न भूलें   ) https://youtu.be/_lt96jcqzuo