रूहे-शायरी 05.11.2020
जिंदगी
में एक वसूल हमेशा याद रखना,
पहचान
सबसे रखना लेकिन भरोसा खुद पे रखना ।
मुझ पर दोस्तों का प्यार, यूँ ही उधार रहने दो ।
बड़ा हसीन है ये कर्ज़,मुझे कर्ज़दार रहने दो ।।
तुम ही रख लो अपना बनाकर
औरो ने तो छोड़ दिया तुम्हारा समझ कर
मरम्मतें खुद की रोज़ करता हूँ,फिर भी ना जाने क्यों
रोज़ मेरे अंदर एक नुक्स निकल आता है
मैंने कहा कि दिल में दर्द है, उसने कहा हुआ करे !
मैंने कहा कि मैं मर रहा हूं, उसने कहा मरा करे !!
मैंने कहा कि सांसें रुक रही हैं, उसने कहा रुका करे !
मैंने कहा कि कहीं चल न बसूं, उसने कहा खुदा कर !!
मेरी नीम सी ज़िन्दगी शहद कर दे !
कोई मुझे इतना चाहे की हद कर दे !!
कुछ रिश्ते बन कर आते हैं
कुछ रिश्ते खुद बनाए जाते हैं
जो रिश्ते अपने आप बन जाते हैं
वो रिश्ते ताउम्र निभाए जाते हैं ।
मेरे ख्याल में रहने वाले तुझे ख्याल भी है,
तुझको लेके क्या क्या ख्याल करता हूँ मै ।
तू क्या अंदाजा लगाएगा मेरी मोहब्बत का जालिम,
जब नींद मे होते हो तो लफ्जो मे सजाता हू
तुम्हे |
कड़वा है, फीका है, शिकवा क्या कीजिए,
जीवन समझौता है, घूँट - घूँट पीजीए
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