Nazm - Tumhi Ho Meri Justju_Pradeep Srivastava’Raunaq Kanpuri_Mushaira
नज़्म
तुम्ही हो मेरी जुस्तजू,
तुम्ही हो मेरी जुस्तजू,
तस्सवुर में तुझको बसाया है मैंने,
निगाहों में तुझको छुपाया है मैंने,
मेरे दिल में है तू ही तू
तुम्ही हो मेरी जुस्तजू,
- प्रदीप श्रीवास्तव 'रौनक़ कानपुरी'
https://youtu.be/5guKPXgBshQ
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