AMRIT WACHAN- SWAMI VIEKANAND JI

सुप्रभात,
किसी की निंदा ना करें ! अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ज़रुर बढाएं. अगर नहीं बढ़ा सकते, तो अपने हाथ जोड़िये, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये, और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये.

~ स्वामी विवेकानंद जी 

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