GHAZAL - PHOOLON KI TAHNIYON PE NASHHEMAN BANAIYE – ADAM ABDUL HAMEED
PHOOLON KI
TAHNIYON PE NASHHEMAN BANAIYE – ADAM ABDUL HAMEED
फूलों की टहनियों पे निशेमन बनाइये !
बिजली गिरे तो जसने चिरागां मनाइए !!
कलियों के अंग अंग मे मीठा सा दर्द है !
बीमार नकहतों को ज़रा गुदगुदाइए !!
कब से सुलग रही है जवानी की गर्म रात !
ज़ुल्फें बिखेर कर मेरे पहलू मे आइये !!
बहकी हुई सियाह घटाओं के साथ साथ !
जो चाहता है शामे अबद तक तो जाइए !!
सुनकर जिसे हवास मे ठंडक सी आ बसे !
ऐसी कोई उदास कहानी सुनाइए !!
रस्ते मे हर क़दम जपे खराबात है अदम !
ये हाल हो तो किस टीआरएच दामन बचाइए !!
~ अदम
नाम : अब्दुल हमीद
जन्म: 1909, तलवंडी ( पाकिस्तान )
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