कल्प वृक्ष और मानव देह
-:: मानव देह तो कल्पवृक्ष के समान है -::
एक बार गोस्वामी तुलसीदासजी से किसी ने पूछा-
मानव जीवन की तुलना यदि किसी वृक्ष से करनी हो तो आप किस वृक्ष से करेंगे ?
आम से या बबूल से ?
तुलसीदासजी बोले- दोनों में किसी से भी नहीं क्योंकि मनुष्य का शरीर कल्प वृक्ष है , आम के वृक्ष पर केवल आम ही लगेंगे , बबूल वृक्ष पर केवल बबूल , किन्तु कल्पवृक्ष के नीचे जो जैसी कल्पना करेगा वैसा फल पा लेगा , यह गुण सिर्फ मानव तन को मिला है...
बड़े भाग मानुष तन पावा ।
सुर दुर्लभ सदग्रथिंन गावा ।।
बड़े भाग्य से यह कल्प वृक्ष मिला है , बहुत सावधानी से निर्णय करना कि इससे क्या माँगना है , ध्रुव और प्रह्लाद ने भगवान से भक्ति माँगी थी , रावण ने शक्ति, किसकी क्या गति हुई यह तो हम सब जानते ही हैं।
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