Rashida Baqi ‘Haya’_Tumhi Ne Shart-E-Wafa Ki_Kavi Sammelan-Mushaira

Mushira

तुम्ही ने शर्ते वफ़ा की तुम्ही निभा न सके,

तुम्ही ने आग लगाईं तुम्ही बुझा न सके !

तेरे फ़िराक़ में ऐसे भी लम्हे गुज़रे हैं,

जो मुस्कराना भी चाहा तो मुस्करा न सके !

- रशीदा बाक़ी 'हया'

https://youtu.be/44IFFUgZlBA


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