HAMKO USKI YAAD KI GAHRAIYAN ACHHI LAGI_RAJENDRA TIWARI_15-08-1994_MUSHAIRA
हमको उसकी याद की गहराइयां
अच्छी लगीं,
इसलिए महफ़िल में भी
तन्हाइयां अच्छी लगी !
लगभग २६ वर्ष पूर्व मैंने
एक कार्यक्रम करवाया था "शेर-ओ-नगमा' जिसमे कुछ शायर और गायक कलाकारों का एक संगम था | इस कार्यकर्म की रिकार्डिंग जो मेरे पास थी उसमे से श्री राजेंद्र तिवारी जी
की खूबसूरत ग़ज़ल और चंद अशआर पेश कर रहा हूँ | शेरो शायरी के चाहने वालों को ये पेशकश ज़रूर पसंद आएगी |
प्रदीप श्रीवास्तव
https://youtu.be/g4m92ahSxOM
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