Main Hun Banda-E-Mohabbat_Qalam_Hazrat Manzoor Alam Shah_Singer_Pradeep ...
SUFI KALAM:
मैं
हूँ बन्दये महब्बत तू ख़ुदाये दिलबरी है,
तुझे
भूल जाऊं कैसे तू ही मेरी ज़िन्दगी है !
मेरे
दिल में दर्द बनकर तेरी याद बस गई है,
मैं
जहां कहीं रहा हूँ मेरे साथ ही रही है !
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हज़रत मंज़ूर आलम शाह ‘कलंदर
मौजशाही’
गायक:
प्रदीप श्रीवास्तव
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