SHAYARI
जिम्मेदारियां वक्त देखकर नहीं आती,
पर कंधे जरूर मजबूत कर जाती है !
लोग जल जाते हैं मेरी मुस्कान पर क्योंकि,
मैंने कभी दर्द की नुमाइश नहीं की !
जिंदगी से जो मिला कबूल किया,
किसी चीज की फरमाइश नहीं की !
मुश्किल है समझ पाना मुझे क्योंकि,
जीने के अलग है अंदाज मेरे !
जब जहां जो मिला अपना लिया,
ना मिला उसकी ख्वाहिश नहीं की।
माना कि औरों के मुकाबले कुछ ज्यादा पाया नहीं मैंने,
पर खुश हूं कि खुद को गिरा कर कुछ उठाया नही मैंने !
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