shayari 07-01-2025
हमें भी नींद
आ जाएगी हम भी सो ही जाएँगे,
अभी कुछ बे-क़रारी है सितारो
तुम तो सो जाओ !
~ क़तील शिफ़ाई
कितना मुश्किल
है मोहब्बत की कहानी लिखना,
जैसे पानी
पे पानी से पानी लिखना !
ये मत कहो
कि हम ओल्ड हो गए
ये कहो की
तप के गोल्ड हो गए
जो जाहिर
हो जाए वो दर्द कैसा,
और जो महसूस
न कर सका वो हमदर्द कैसा !
शामें किसी
को मांगती हैं आज भी फ़िराक़,
गो ज़िंदगी
में यूं मुझे कोई कमी नहीं !
- फ़िराक़ गोरखपुरी
मेरी मुस्कराहट
से तुम क्यूँ फरेब खा गए !
जिंन्दगी
में तब्दीलियाँ यूँ ही नहीं होती !!
माथे पर तिलक
भी लगाता हूं तो तेरी आँखों में देखकर !
मेरे इरादे
मेरी तकदीर बदलने को काफी है !!
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