Ye Sham Mastani Madhosh Kiye Jaye¬_Cover_Pradeep Srivastava At Receiptio...
किशोर कुमार - कटी
पतंग
हेsssहेsss, हूँsssहूँsssहूँ
ये शाम मस्तानी, मदहोश किये जाये }
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी और लिए जाये }-२
.....................................................
दूर रहती है तू, मेरे पास आती नहीं
होटों पे तेरे, कभी प्यास आती नहीं
ऐसा लगे, जैसे के तू
हंस के ज़हर कोई पिए
जाये
शाम मस्तानी, मदहोश किये जाये
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी और लिए जाये
.....................................................
बात जब मैं करूँ, मुझे रोक देती है क्यूँ
तेरी मीठी नज़र मुझे, टोक देती है क्यूँ
तेरी हया तेरी शरम
तेरी क़सम, मेरे होंट सिये जाये
शाम मस्तानी, मदहोश किये जाये
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी और लिए जाये
.....................................................
एक रूठी हुई तक़दीर
जैसे कोई
ख़ामोश ऐसे है तू , तस्वीर जैसे कोई
तेरी नज़र बन के
जुबां
लेकिन तेरे पैगाम
दिए जाये
शाम मस्तानी, मदहोश किये जाये
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी और लिए जाये
ये शाम मस्तानी, मदहोश किये जाये
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी और लिए जायेSSSS
END FROM MUSIC
.....................................................
Movie/Album:
Kati Patang (1970)
Music
By: R.D. Verman
Lyrics By: Anand Bakshi
Performed By: Kishore Kumar
Singer: Pradeep Srivastava
At Receiption of Sri Aditya Tiwari
Comments
Post a Comment