कानपुर में सूअरों का आतंक – नगर प्रमुख, जिला प्रशासन और महापौर सो रहे हैं |
कानपुर में
सूअरों का आतंक – नगर प्रमुख, जिला प्रशासन और महापौर सो रहे हैं |
कानपुर
में सूअरों का आतंक – नगर प्रमुख, जिला प्रशासन और महापौर सो रहे हैं
कानपुर
शहर की बदसूरती को बदहाल करने में सूअरों का भी महत्वपूर्ण योग दान है साथ ही साथ
ये सिंहासन पर बैठे अधिकारी और नेता साथ ही साथ हमारे महापौर जी सिर्फ़ देख कर आँख
बंद कर लेते हैं | कौन सूअर पालकों से बयाना ले ? क्यूंकि वो लामबंद हो कर मारपीट,
गुंडागर्दी, हत्या तक कर सकते हैं और इसी वजह से शायद सभी लोग चुप है जिसमे हम, आप,
सम्बंधित अधिकारी, जिला प्रशासन, महापौर, केबिनेट मंत्री सभी शामिल हैं कि कौन
बयाना ले | समझ में नहीं आता है कि प्रशासन से बढ़ कर भी कोई है |
कांग्रेस
के श्री अनिल शर्मा जी जो पूर्व महापौर रह चुके हैं उन्होंने खुल कर इसका विरोध
किया और इनपर पाबंदी लगाया कुछ हद तक वो कामयाब भी रहे | हलाकि इन पर हमला भी किया
गया शायद वर्तमान के महापौर जी इसी बात से डर गए और कोई भी सख्त कदम इस तरफ नहीं
उठाया | ब्रम्ह नगर, राम बाग़, जवाहर नगर, ८० फिट रोड, अशोक नगर, हर्ष नगर, कर्नल
गंज, पी रोड, सीसामऊ, प्रेम नगर कहाँ तक आपको मोहल्ले के नाम गिनाएं | जवाहर नगर
पुलिस चौकी के बगल में गली में भयंकर दुर्गन्ध की वज़ह से आप जा नहीं सकते हैं | उस
गली के बगल में एक दूकान है जो मेरे परिचित की है मैं सुबह वहां पर दूध लेने गया |
दुर्गन्ध की वज़ह से वहाँ जाना बंद कर दिया | सुना है सरकार निडर है निर्भीक है तो
क्या कानपुर को इस गंदगी से छुटकारा मिल सकता है |
मित्रों
हम सभी नागरिकों का ये कर्तव्य बनता है कि जागो अपने हक के लिए लड़ो, हक मांगने से
नहीं मिलता है | ये ब्यूरोक्रेट सिर्फ कमाने में लगे हैं इनसे न्याय की आशा नहीं
है | आप सबको इन छोटी छोटी लेकिन महत्वपूर्ण बातों के लिये संघर्ष करना पड़ेगा | और
अगर आप कदम पीछे कर लेंगे तो हमारे बच्चे जो बाहर गए वो वापस नहीं आना चाहते हैं वो
भूल कर भी अपनी जन्म भूमि ( कानपुर ) से दूर
और बहुत दूर होते जायेंगे और वापस नहीं आयेंगे |
प्रदीप
श्रीवास्तव ,
सम्पादक,
स्पेशल
टाइम्स
कानपुर
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