आज रंग है ऐ माँ रंग है री - हज़रत अमीर खुसरो सलीम साबरी तनवीर साबरी , कलियर शरीफ़ दिनांक ११ अप्रैल , २०२१ को खानकाह मौजशाही , कानपुर https://youtu.be/MBPz-jG4QMw आज रंग है ऐ माँ रंग है री / अमीर खुसरो आज रंग है ऐ माँ रंग है री , मेरे महबूब के घर रंग है री। अरे अल्लाह तू है हर , मेरे महबूब के घर रंग है री। मोहे पीर पायो निजामुद्दीन औलिया , निजामुद्दीन औलिया-अलाउद्दीन औलिया। अलाउद्दीन औलिया , फरीदुद्दीन औलिया , फरीदुद्दीन औलिया , कुताबुद्दीन औलिया। कुताबुद्दीन औलिया मोइनुद्दीन औलिया , मुइनुद्दीन औलिया मुहैय्योद्दीन औलिया। आ मुहैय्योदीन औलिया , मुहैय्योदीन औलिया। वो तो जहाँ देखो मोरे संग है री। अरे ऐ री सखी री , वो तो जहाँ देखो मोरो (बर) संग है री। मोहे पीर पायो निजामुद्दीन औलिया , आहे , आहे आहे वा। मुँह माँगे बर संग है री , वो तो मुँह माँगे बर संग है री। निजामुद्दीन औलिया जग उजियारो , जग उजियारो जगत उजियारो। वो तो मुँह माँगे बर संग है री। मैं पीर पायो निजामुद्दीन औलिया। गंज शकर मोरे संग है री।