खबरदार हो जाइए

 

अप्रैल की हवाओं में है हलचल,

थोड़े ज्यादा समझदार हो जाइए ।

तूफान आने की है आहट

थोड़े और खबरदार हो जाइए ।

 

बुझ ना जाए बेवक्त कहीं कोई चराग़

इन हवाओं से फिजाओं में

गुज़ारिश है सबसे यही कि,

थोड़े और होशियार हो जाइए ।

 

मिलने मिलाने के लिए अब

बेवजह आना जाना छोड़िए

2020 के लॉक डाउन की तरह

अब फिर से खुद में सिमट जाइये

 

कोरोना है चरम पर

दवाखाने हैं न खाली

मौत से न डरो-डराओ ,फ़क़त

बिजी अस्पतालों के इलाज़ से तो घबराइए

 

हरने  आई  ये हवाएं, 

चैन ओ सुकून जिंदगी का,

सब कुछ छोड़ के पहले,

फिर से ख़ुद के पहरेदार हो जाइए।

Comments

Popular posts from this blog

GHAZAL LYRIC- झील सी ऑंखें शोख अदाएं - शायर: जौहर कानपुरी

Ye Kahan Aa Gaye Hum_Lyric_Film Silsila_Singer Lata Ji & Amitabh ji

SUFI_ NAMAN KARU MAIN GURU CHARNAN KI_HAZRAT MANZUR ALAM SHAH